जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। पिछले कई महीनों से फरार चल रहे पशुधन घोटाले के आरोपी आईपीएस अरविन्द सेन ने आज न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके पहले पशुधन घोटाले के मामले में उनको निलंबित किया जा चुका है।
साथ ही पुलिस ने उन पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर चुकी है। लखनऊ में हजरतगंज थाने में दर्ज पशुधन विभाग में करोड़ों के ठेके दिलाने के नाम पर ठगी के मुकदमे में आईपीएस अरविंद सेन यादव आरोपी हैं।
ये भी पढ़े: …तो बलिया में भी हो जाता जूता कांड
ये भी पढ़े: CM शिवराज बोले सरकारी खजाने पर पहला हक गरीबों का
बतातें चलें कि पशुपालन विभाग में आपूर्ति के नाम पर इंदौर के व्यापारी से करोड़ों रुपये हड़पने के आरोपियों को बचाने के लिए उन पर 35 लाख रुपये लेने के आरोप हैं। मामला सामने आने के बाद से वह फरार चल रहे थें।
ये भी पढ़े: यूपी में पूरे हफ्ते रहेगा गलन और ठिठुरन भरा मौसम
ये भी पढ़े: IPL-14 : इस दिन होगी नीलामी
पशुधन विभाग के फर्जी टेंडर घोटाला मामले में वादी को धमका कर वसूली का आरोप अरविंद सेन पर लगा है। मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही अरविन्द सेन फरार चल रहे हैं। पुलिस ने पहले 25 हजार का इनाम घोषित किया था। बाद में इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई थी।
इससे पहले सोमवार को CBCID के तत्कालीन एसपी और वर्तमान डीआईजी अरविंद सेन की अग्रिम जमानत याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी। गिरफ्तारी के डर से अरविंद सेन काफी दिनों से फरार चल रहे थें।
इसके पहले पुलिस ने लखनऊ और उनके मूल निवास अयोध्या में डुगडुगी पिटवा कर उन्हें फरार घोषित किया था। गिरफ्तारी के डर से उन्होंने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी जिसे सोमवार को खारिज कर दिया गया।
इससे पहले पुलिस भगोड़े आईपीएसअरविन्द सेन की कई सम्पत्तियों का ब्योरा पुलिस निकलवा चुकी है। लखनऊ की सम्पत्ति अरविन्द सेन ने अपने कई रिश्तेदारों के नाम कर रखी है। इस सम्बन्ध में दो दिन पहले पुलिस की एक टीम गोमती नगर स्थित अरविन्द सेन के घर भी गई थी।
ये भी पढ़े: राकेश टिकैत के इस सवाल का जवाब क्या देगी POLICE
ये भी पढ़े: यूपी सरकार ने कैसे बदली मक्का और मूंगफली किसानों की किस्मत