सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहली बार आईपीएल मैचों का आयोजन किया जा रहा है लेकिन स्टेडियम में दर्शक नहीं पहुंच रहे हैं। फटाफट क्रिकेट की इस रोमांचक खेल में आमतौर पर स्टेडियम खचाखच भरा रहता है लेकिन लखनऊ में किसी तरह का कोई क्रेज नहीं है।
जुबिली पोस्ट ने पिछली दो स्टोरी में बताया था कि आखिर क्यों नहीं स्टेडियम में दर्शक नहीं पहुंच रहे हैं। अब हैदराबाद सनराइजर्स ने शुक्रवार को यहां लखनऊ सुपर जायंट्स से मुकाबला खेला जा रहा है।
जुबिली पोस्ट ने एक बार फिर स्टेडियम और उसके अंदर की तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद किया। इस मुकाबले में और बुरी स्थिति देखने को मिली है। फोटो में देखा जा सकता है कि मैच को लेकर नवाबों की नगरी में क्रेज नहीं है। हालांकि आयोजकों ने भी दूसरी चीजों पर जमकर पसीना बहाया है लेकिन दर्शकों को मैदान तक लाने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं।
लखनऊ में पहली बार आईपीएल होने के बावजूद सीटे खाली होने से आयोजकों की मुश्किलें आने वालें मैचों में बढ़ सकती है। जुबिली पोस्ट ने दोपहर में बता दिया था कि दूसरे मैच में भी कम टिकट बिके हैं। सस्ता टिकट करने के बावजूद स्टेडियम का खाली रहना आयोजकों के लिए अब बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है।
पिछले मैच में दर्शकों की गैरमौजूदगी में ऐसा लगा कि स्टेडियम की खाली सीटों को मानो धूल की मोटी परत ने ढंक दिया हो। दीवारों पर किया गया पेंट फीका हो चुका है।
भारी ट्रकों और वाहनों के आवागमन से स्टेडियम की 10 फीट की दीवारों में कंपन तो आम बात है। लखनऊ सुपरजाइंट्स टीम का प्रबंधन ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है वो स्टेडियम को भरे लेकिन उनकी कोशिशे फिलहाल रंग नहीं ला रही है।
आयोजकों ने टिकट सस्ता भी किया लेकिन इसके बावजूद लखनऊ के क्रिकेट प्रेमियों में क्रेज नहीं है। जुबिली पोस्ट ने पिछली स्टोरी में बताया था कि महंगा टिकट नहीं बल्कि दूरी, खराब व्यवस्था और पार्किंग की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोगों को अच्छी खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इतना ही नहीं पहले मैच को लेकर कुछ लोगों ने बताया कि किसी तरह से स्टेडियम तो ओला, उबर बुक करके पहुंच तो गए लेकिन वापसी में उनको कोई साधन नहीं मिला।
वहीं दूसरी तरफ ये भी पता चला है कि लखनऊ सुपरजाइंट्स टीम के प्रबंधन ये तय ही नहीं कर पा रहा है किसको कंप्लीमेंट्री पास देना है या नहीं। उनको गलत जानकारी दी जा रही है, इस वजह से लखनऊ सुपरजाइंट्स कंप्लीमेंट्री पास को लेकर गम्भीर नजर नहीं आ रहा है। वहीं मीडिया को कंप्लीमेंट्री पास लिमिटेड दिये गए है।
क्रिकेट प्रेमिया का साफ कहना है कि अगर उनको ज्यादा पास मिलेगा तो वो आम लोगों को मैच दिखाने के लिए उत्साहित करेगे। कई लोगों का कहना है कि आयोजनकर्ताओं को कंप्लीमेंट्री पास दिल खोलकर और ज्यादा से ज्यादा बांटना चाहिए , स्टेडियम अपने आप भर जाएगा।
इस स्टेडियम की कैपेसिटी 50 हजार दर्शकों की क्षमता है लेकिन पहले मैच की मेजबान कर रहा लखनऊ का ये स्टेडियम खाली-खाली नजर आया था।
दरअसल इस अपने होम ग्राउंड पर खेल रही पहली बार लखनऊ की टीम को दिल्ली के खिलाफ वो समर्थन नहीं मिला जिसकी उम्मीद की जा रही थी।
मीडिया रिपोट्र्स की माने तो 20 से 25 हजार के दर्शक महज इस मुकाबाले को देखने के लिए पहुंचे थे। हालांकि पिछले मैच से भी आयोजकों ने कोई सबक नहीं लिया है। टिकटों की ब्रिकी और कंप्लीमेंट्री पास पास को लेकर कोई ठोस रणनीति नहीं है।