जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में इन दिनों क्रिकेट का मौसम चल रहा है। कई इंटरनेशनल मैच की मेजबानी करने वाला इकाना स्टेडियम पहली बार आईपीएल मैचों की मेजबानी कर रहा है लेकिन क्रिकेट के नये गढ़ बनने से पहले ही उसको लगातार झटके लग रहे हैं।
इंटरनेशनल मैच में खराब पिच की वजह से पहले इकाना स्टेडियम बीसीसीआई के रडार पर है। अब आईपीएल मैचों में दर्शकों के न पहुंचने से न सिर्फ इकाना बल्कि लखनऊ सुपरजाइंट्स टीम का प्रबंधन के माथे पर बल ला दिया है।
लखनऊ सुपरजाइंट्स टीम का प्रबंधन ने अपने तरफ से कोशिश जरूर की लेकिन इसका नतीजा भी कुछ खास नहीं निकला है। दोपहर तक मैच के सस्ते टिकट नहीं बेचे जा सके हैं जबकि आयोजकों ने रात तक बड़े लोगों को पास देकर महंगे वाले स्डैड को भरने की पूरी कोशिश जरूर कर डाली है। अगर एक आंकड़े पर गौर करे तो पहले मैच की तरह दूसरे मैच में दर्शकों का टोटा देखने को मिल सकता है।
इसको देखें समझ में आ जायेंगा अभी तक कितने टिकट बिके
लखनऊ और हैदराबाद के बीच दूसरे मैच के आयोजन स्थल लखनऊ के इकाना स्टेडियम में मैच शुरू होने में कुछ घंटे बचे हैं लेकिन अभी तक स्टेडियम के टिकट पूरे तरीके से नहीं बिके हैं। अगर आपको यकीन न हो तो आप खुद भी पेटीएम की बुकिंग पर इसका पूरा ब्यौरा आप देख सकते हैं।
पिछले मैच में दर्शकों की गैरमौजूदगी में ऐसा लगा कि स्टेडियम की खाली सीटों को मानो धूल की मोटी परत ने ढंक दिया हो। दीवारों पर किया गया पेंट फीका हो चुका है। भारी ट्रकों और वाहनों के आवागमन से स्टेडियम की 10 फीट की दीवारों में कंपन तो आम बात है। लखनऊ सुपरजाइंट्स टीम का प्रबंधन ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है वो स्टेडियम को भरे। इसके लिए उसने एलएसजी टीम प्रबंधन ने नामम्योहो दान फाउंडेशन और फूल वर्षा फाउंडेशन के सहयोग से 125 बच्चों को आमंत्रित किया है।
न केवल इन मासूमों के लिए स्टेडियम की सीटें आरक्षित की गई हैं, बल्कि मैच के दौरान उनका उत्साह बढ़ाने के लिए फैन टी-शर्ट और एलएसजी फ्लैग भी प्रदान किया गया है। साथ ही उनके लिए खान-पान की भी विशेष व्यवस्था की गई है।
एलएसजी के सीईओ कर्नल विनोद बिष्ट के इस कदम की हर कोई तारीफ कर रहा है और होनी भी चाहिए लेकिन अब भी बड़ा सवाल है कि क्या इनके सहारे आप पूरा स्टेडियम भर लेंगे।
आयोजकों ने टिकट सस्ता भी किया लेकिन इसके बावजूद लखनऊ के क्रिकेट प्रेमियों में क्रेज नहीं है। जुबिली पोस्ट ने पिछली स्टोरी में बताया था कि महंगा टिकट नहीं बल्कि दूरी, खराब व्यवस्था और पार्किंग की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोगों को अच्छी खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इतना ही नहीं पहले मैच को लेकर कुछ लोगों ने बताया कि किसी तरह से स्टेडियम तो ओला, उबर बुक करके पहुंच तो गए लेकिन वापसी में उनको कोई साधन नहीं मिला।
वहीं दूसरी तरफ ये भी पता चला है कि लखनऊ सुपरजाइंट्स टीम के प्रबंधन ये तय ही नहीं कर पा रहा है किसको कंप्लीमेंट्री पास देना है या नहीं। उनको गलत जानकारी दी जा रही है, इस वजह से लखनऊ सुपरजाइंट्स कंप्लीमेंट्री पास को लेकर गम्भीर नजर नहीं आ रहा है। वहीं मीडिया को कंप्लीमेंट्री पास लिमिटेड दिये गए है।
क्रिकेट प्रेमिया का साफ कहना है कि अगर उनको ज्यादा पास मिलेगा तो वो आम लोगों को मैच दिखाने के लिए उत्साहित करेगे। कई लोगों का कहना है कि आयोजनकर्ताओं को कंप्लीमेंट्री पास दिल खोलकर और ज्यादा से ज्यादा बांटना चाहिए , स्टेडियम अपने आप भर जाएगा।
इस स्टेडियम की कैपेसिटी 50 हजार दर्शकों की क्षमता है लेकिन पहले मैच की मेजबान कर रहा लखनऊ का ये स्टेडियम खाली-खाली नजर आया था।
दरअसल इस अपने होम ग्राउंड पर खेल रही पहली बार लखनऊ की टीम को दिल्ली के खिलाफ वो समर्थन नहीं मिला जिसकी उम्मीद की जा रही थी।
मीडिया रिपोट्र्स की माने तो 20 से 25 हजार के दर्शक महज इस मुकाबाले को देखने के लिए पहुंचे थे। हालांकि पिछले मैच से भी आयोजकों ने कोई सबक नहीं लिया है। टिकटों की ब्रिकी और कंप्लीमेंट्री पास पास को लेकर कोई ठोस रणनीति नहीं है।