जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। घर में लगातार तीसरी हार से लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाड़ी के साथ ही टीम प्रबंधन भी हैरान है। जो टीम आसानी से 200 रनों का पीछा कर सकती है, वहीं अपने घर में 127 रन नहीं बना सकी। इस हार से हैरान खिलाड़ी और टीम प्रबंधन हार के कारणों की तलाश में जुट गए है।
इसके लिये पिच, खिलाड़ियों के प्रदर्शन के साथ ही मुकाबले के दौरान अपनाई गई रणनीति पर मंथन शुरू हो गया है। बताते चले कि लखनऊ सुपर जायंट्स ने घर में अब तक 5 मैच खेले हैं, उनमें शुरुआती दो मुकाबलों में तो जीत मिली लेकिन इसके बाद पिछले तीनों मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा।
पंजाब किंग्स और बीते शनिवार को खेले गए गुजरात टाइटंस और उसके बाद कल रात को रायल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) ने लखनऊ सुपर जायंट्स को उसके घरेलू मैदान इकाना में हरा दिया।
टीम ने सबसे पहले इकाना की छह नंबर वाली काली मिट्टी से तैयार की गई पिच को हार का कराण माना है। इस पिच पर अब तक कोई भी टीम बड़ा स्कोर नहीं तय कर सकी।
टी-20 मुकाबले के लिय यह पिच अनुकूल नहीं मानी जा रही है। सपाट दिखने वाली इस पिच का आंकलन अब तक कोई टीम नहीं कर सकी। रनों के अंबार की उम्मीद लेकर उतरने वाली सभी टीमों को इस पिच करारा झटका दिया है।
गुजरात टाइंटस के कप्तान हार्दिक पांड्या को इस पिच पर बेहतर स्कोर की उम्मीद थी, लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके। टीम 135 रन ही बना सकी। लखनऊ सुपर जांयट्स इस स्कोर तक भी नहीं पहुंच सका और उसे हार का सामना करना पड़ा।
इससे पहले सात अप्रैल को इसी पिच पर सनराइजर्स हैदराबाद सिर्फ 121 रनों के स्कोर पर सिमट गई। सुपर जायंट्स को इस मैच को जीतने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ा था। 16 नवम्बर 2019 को अफगानिस्तान ने इसी पिच पर 147 रन बनाए। इसके जवाब में वेस्टइंडीज 106 रन ही बना सकी।
इसी साल 29 जनवरी को खेले गए एक मुकाबले में जब न्यूजीलैंड की टीम 99 रनों पर सिमट गई तो भारतीय टीम को लक्ष्य हासिल करने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ी।
किसी तरह 101 रन बनाकर भारतीय टीम ने जीत दर्ज की। उस समय इस पिच को लेकर खासा बवाल हुआ। भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या ने सहित सभी ने इस पिच को टीम-20 के लायक नहीं बताया था।
रणजी में यूपी का प्रतिनिधित्व कर कर चुके पूर्व खिलाड़ी अशोक बांबी का कहना है कि इकाना की खराब पिच के कारण ही कम स्कोर हो रहे हैं। खिलाड़ियों और पत्रकारों के एक वाट्सऐप ग्रुप पर उन्होंने इसको लेकर अपनी पूरी बात रखी है। उनका कहना है कि यह पिच इस लायक नहीं है कि इस पर टी 20 के मैच हो।
बताया कि सारा दोष पिच क्यूरेटर का है। उसे पिछले साल ही पिच की मिट्टी बदलवानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पिच के कारण जहां खिलाडियों का प्रदर्शन खराब हो रहा है वहीं दर्शको को भी घोर निराशा हो रही है।
दलील है कि इस तरह की भयंकर लापरवाही के कारण लखनऊ के इकाना में होने वाले आगे के मैचों पर बीसीसीआई अंकुश भी लगा सकता है। आईपीएल के बाद पिच को तुंरत पिच की मिट्टी को बदल इसको सही करना चाहिए। ऐसा नहीं किया गया तो इसके अविश्वसनीय घातक परिणाम हो सकते है।
उधर पिच के हालात को देखते हुए अब विश्व कप की मेजबानी को लेकर अटकले तेज हो गई है। अगर जल्द इकाना प्रबंधन के कुछ सख्त कदम उठाये नहीं तो विश्व कप की मेजबानी भी खटाई में पड़ सकती है।