जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कोरोना वायरस खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना की वजह से खेलों की दुनिया में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि क्रिकेट, फुटबॉल और टेनिस का खेल जरूर बहाल कर दिया गया है लेकिन अब भी अन्य खेल पूरी तरह से बंद पड़े हैं।
भारतीय ओलम्पिक संघ इसकी वजह से काफी चिन्तित है। आलम तो यह है कि ओलम्पिक की तैयारी भी कोरोना की वजह से नहीं हो पा रही है। स्टेडियम को अभी तक पूरी तरह से खोला नहीं गया है। इतना ही नहीं खिलाडिय़ों में भी कोरोना का खौफ देख जा सकता है।
भारतीय ओलंपिक संघ ने इसी को ध्यान में रखकर बड़ा कदम उठाने जा रही है। दरअसल ओलम्पिक को तैयारियों को फिर से पटरी पर लाने के लिए खिलाडिय़ों को एक स्पेशल मॉस्क दिया जायेगा जो उनको कोरोना से बचाया और साथ में गहन ट्रेनिंग के दौरान किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
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भारतीय ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय ने जुबिली पोस्ट से इस इलेक्ट्रॉनिक मास्क को लेकर कहा कि कोरोना की वजह से खिलाडिय़ों में खौफ है और मैदान पर वापसी करने से घबरा रहे हैं लेकिन इलेक्ट्रॉनिक मॉस्क के आ जाने से खिलाडिय़ों को अब बड़ी राहत मिलेगी
आनंदेश्वर पांडेय ने कहा कि आने वाले दस दिनों में इलेक्ट्रॉनिक मॉस्क खिलाडिय़ों को मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि मॉस्क मंगवा लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पहले इन्हें आईओए के मेडिकल कमीशन के समक्ष रखा जाएगा। इसके बाद वहां से मंजूरी मिलने के बाद ट्रायल के तौर खिलाडिय़ों को दिया जाएगा। इसके साथ ही अगर सबकुछ ठीक रहा तो इस मास्क को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक परिषद और जापान ओलंपिक कमेटी को भी भेजा जा सकता है।
आनंदेश्वर पांडेय ने कहा कि शुरुआत में ये मॉस्क ओलम्पिक के लिए जो लोग क्वालीफाई कर चुके उन्हें दिया जाएगा और ये मास्क मिलेंगे। हालांकि बाद में राष्ट्रीय कैंप में शामिल खिलाडिय़ों को मिल सकता है।
क्या है इस मॉस्क में खास बात
आनंदेश्वर पांडेय ने बताया कि मास्क में अंदर और बाहर पंखे लगाये गए है। इस वजह से अंदर चलने वाला पंखा मास्क के अंदर छोड़ी गई सांस को फिल्टर से बाहर निकालेगा और बाहर चलने वाला पंखा वातावरण की ऑक्सीजन की सप्लाई को सुचारु रखेगा। पंखे की स्पीड को जरूरत के हिसाब से कम ज्यादा किया जा सकेगा।
यही नहीं हर 15 दिन में फिल्टर बदला जाएगा। ट्रेनिंग के दौरान आठ घंटे तक लगातार मास्क पहनकर अभ्यास किया जा सकता है। इसका कोई नुकसान नहीं होगा। रात में बैटरी से इसे चार्ज कर पांच दिन तक इस्तेमाल किया जा सकता है।