एडिसन, न्यू जर्सी . अमेरिका के प्रमुख नागरिक अधिकार और एडवोकेसी संगठनों ने अमेरिका के न्याय और गृह मंत्रालयों और फ़ेडरल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन (FBI) से मांग की है कि वे भारतीय स्वतंत्रता दिवस की परेड में बुलडोज़र शामिल करने के लिए ओवरसीज़ फ़्रेंड्स ऑफ़ बीजेपी (OFBJP) और इंडियन बिज़नेस एसोसिएशन (IBA) की तत्काल जाँच करें और उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करें.
इन नागरिक अधिकार संगठनों ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन को चिट्ठी लिख कर मांग की है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता संबित पात्रा का वीज़ा तत्काल रद्द करें. नफ़रत फ़ैलाने के लिए कुख्यात पात्रा ने न्यूजर्सी की इस परेड की बतौर ‘ग्रैंड मार्शल’ अगुवाई की थी.
सोमवार को न्यूजर्सी के एडिसन शहर में आयोजित एक प्रेस वार्ता में इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (IAMC), काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशन्स-न्यू जर्सी (CAIR-NJ), ब्लैक लाइव्स मैटर (BLM), अमेरिकन मुस्लिम्स फ़ॉर डेमोक्रेसी (AMD) और हिंदूज़ फ़ॉर ह्यूमन राइट्स (HfHR) ने कहा कि उन्होंने घृणा परेड के आयोजकों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने के लिए अमेरिकी अटॉर्नी जनरल कार्यालय और न्यू जर्सी अटॉर्नी जनरल के दफ़्तर में वकीलों से भी बातचीत की है. उन्होंने एडिसन पुलिस में IBA के ख़िलाफ आरोप दायर करके घृणा परेड की जाँच की माँग की है.
14 अगस्त को आयोजित इस परेड में उत्तर प्रदेश के हिंदुत्ववादी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ एक बुल्डोज़र को शामिल किया गया था. तस्वीर पर ‘बाबा बुल्डोज़र’ लिखा गया था.
आदित्यनाथ की सरकार ने मुसलमानों और ईसाइयों के पूजा स्थलों, व्यवसायों और घरों को तोड़ने में बुल्डोज़र का लगातार अवैध और आपराधिक इस्तेमाल किया है. भारत की केंद्र सरकार और बीजेपी-शासित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और असम की सरकारों ने बिना उचित प्रक्रिया, अदालती आदेश या नोटिस के बुल्डोज़र का अवैध इस्तेमाल करके सम्पत्तियों को ध्वस्त किया. दुनिया भर के मानवाधिकार संगठनों ने इसकी निंदा की है.
19 अगस्त को एडिसन के मेयर समीप जोशी ने इन संगठनों के प्रतिनिधियों से कहा कि “बुल्डोज़र विभाजन का प्रतीक है और पूरी तरह अस्वीकार्य है. मैं चाहूँगा कि इंडियन बिज़नेस एसोसिएशन इस पर माफ़ी माँगे.” जोशी ने उन्हें कि वे जब परेड में शामिल हुए तो उन्हें बुल्डोज़र की मौजूदगी के बारे में पता नहीं था.
IAMC न्यू जर्सी के पूर्व अध्यक्ष मिन्हाज खाँ ने कहा, “एडिसन में रह रहे भारतीय हिंदू और मुस्लिम शांतिप्रिय हैं. हम हिंदू चरमपंथियों को नफ़रती भाषण और बयानबाज़ी से शांति भंग करने की इजाज़त नहीं देंगे. इस परेड ने न्यू जर्सी के अमेरिकी मुस्लिम समुदाय में नफ़रती हिंसा को लेकर भय पैदा किया है.”
CAIR न्यूजर्सी के कार्यकारी निदेशक सलादीन मक्सट ने कहा, “बुल्डोज़र के प्रतीक और भारतीय स्वतंत्रता दिवस को अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक प्रभाव के ज़रिये हड़पने की कोशिश हर तरह से ग़लत है. मेयर जोशी और [वुडब्रिज शहर] के़ मेयर मैककॉर्मेक ने इसके पीछे के विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण मंसूबों के पहचाना है. इस घटना ने साबित किया है कि फिर ऐसा होने से रोकने या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सभा के अधिकार को बनाये रखते हुए आधिकारिक भागीदारी को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतने की ज़रूरत है.”
BLM के ज़ेली थॉमस ने कहा कि बुल्डोज़र का इस्तेमाल मुसलमानों और दूसरे भारतीय अल्पसंख्यक समुदायों को ‘आतंकित’ करने के लिए किया गया. “जैसे काले अमेरिकियों को पेड़ से लटकाकर मारा गया, और फंदा उन्हें डराने और आतंकित करने का औज़ार बन गया था, उसी तरह भारतीय मुसलमानों को लगातार ख़तरे की याद दिलाने के लिए बुल्डोज़र का इस्तेमाल किया जा रहा है.
AMD के डॉ. अली चौधरी ने कहा, “14 अगस्त की भारतीय स्वतंत्रता दिवस परेड में नफ़रत के प्रतीक बुल्डोज़र को शामिल किये जाने को किसी भी तरह यहूदी विरोधी, नस्लवादी या इस्लामोफ़ोबिक घटना से अलग नहीं माना जाना चाहिए.” उन्होंने माँग की कि भविष्य की किसी परेड में नफ़रत के ऐसे प्रतीकों के इस्तेमाल की इजाज़त किसी सूरत में नहीं देनी चाहिए.
IAMC के मिन्हाज़ ख़ान ने कहा कि वुडब्रिज के मेयर जॉन मैककॉर्मेक ने, जो परेड में शामिल थे, बुल्डोज़र के बार मे जानने के बाद उसकी निंदा की है. मेयर ने आश्वासन दिया है कि उन्होंने परेड की जाँच शुरू कर दी है और भविष्य में वो नफ़रती परेडों के परमिट नहीं देंगे, और उनकी झांकियों और वक्ताओं की पहले जाँच करेंगे.