- अमेरिका के लोग इस साल घरों में ही रह कर मनायेंगे अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस
जुबिली न्यूज डेस्क
21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस है। पिछले पांच साल से पूरी दुनिया में यह दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है, लेकिन इस बार हालात बदले हुए हैं। कोरोना वायरस की महामारी की वजह से इस बार अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस उस तरह से नहीं मनाया जा सकेगा जैसा पिछले कई सालों से होता आ रहा है। इसी संकट को देखते हुए फिलहाल अमेरिका में ‘योगा फ्रॉम होम’ विषय के साथ अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के छठे संस्करण का जश्न मनाने की तैयारी हो रही है।
भारत ही नहीं दुनिया के ज्यादातर देशों में योग दिवस मनाया जाता है। लोग बढ़-चढ़कर इसमें भाग लेते हैं। अब तो लोगों की दिनचर्या में यह शामिल हो गया है। भारत में भी इसके लिए काफी समय पहले से ही तैयारी होती थी, लेकिन इस बार हालात बदल गए हैं। भारत कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इसलिए अभी इसको लेकर कोई खास तैयारी नहीं दिख रही है। बाकी दुनिया के देशों की बात करें तो अमेरिका में लोग अपने घरों में योगा करेंगे।
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अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने 21 जून को होने वाले कार्यक्रम को लेकर कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल हम ‘योगा फ्रॉम होम’ विषय के साथ अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस का जश्न मनायेंगे।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि योग फिटनेस और कल्याण दोनों का साधन है। कोरोना महामारी ने हमारे जीवन को बाधित कर दिया है। इस वजह से योग स्वस्थ रहने के लिए और भी अधिक जरूरी हो गया है। मुझे उम्मीद है कि अधिक लोग प्रेरित होंगे और अपने जीवन में योग को अपनाएं।
संधू ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि संयुक्त राज्य में 3.6 करोड़ से अधिक लोग योग का अभ्यास करते हैं।
फिलहाल इस बार भारतीय वाणिज्य दूतावास विभिन्न सामुदायिक संगठनों के सहयोग के साथ ह्यूस्टन में योग दिवस पर एक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, जिसमें योग गुरु बाबा रामदेव लोगों को आसन और प्राणायाम सिखाएगें।
पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया। दुनिया के ज्यादातर देशों में यह दिवस पिछले पांच साल से मनाया जा रहा है। अमेरिका में भी पिछले पांच सालों के दौरान हजारों अमेरिकी लोगों ने इस मौके पर ऐतिहासिक राष्ट्रीय स्मारक के सामने योग किया था। इस बार भी योग करेंगे लेकिन घरों के अंदर रहकर।
कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए वाशिंगटन डीसी में बड़े सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। संक्रमण के प्रसार को धीमा करने के लिए यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने लोगों से शारीरिक दूरी का पालन करने का निर्देश दिया है। इसको देखते हुए इस साल भारतीय दूतावास ने फैसला किया है कि वह डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से योग दिवस मनाएगें।
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योग दिवस क्यों मनाया जाता है 21 जून को
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को इसलिए मनाया जाता है क्येांकि यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में में की थी। मोदी की पहल के बाद संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को ” अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” घोषित किया गया।
11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को ” अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस” को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है।