जुबिली न्यूज डेस्क
भारत सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें घटाने का अपना फैसला फिलहाल वापस ले लिया है। गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ‘यह आदेश भूल से जारी हुआ था।’
वित्त मंत्रालय के इस ‘भूल’ पर विपक्षी पार्टियों के नेता और आम लोग तंज कस रहे हैं। वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने ट्वीट में जिस अंग्रेजी शब्द oversight (भूल) का जिक्र किया था, वो भी ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा है।
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने वित्तमंत्री के बयान पर अपने ट्वीट में लिखा है, ”एक बार फिर शर्मिंदगी, क्योंकि मो-शा (मोदी शाह) चुनावी रैलियों में ट्रकों से पंखुडिय़ा फेंकने, अप्रैल फूल के चुटकुलों वाले झूठे वादे करने में व्यस्त हैं।”
Egg on face again🤪
Because MO-SHA too busy throwing petals from trucks and cracking April Fool jokes of false promises at election rallies. https://t.co/SVb0dWrqQU
— Derek O’Brien | ডেরেক ও’ব্রায়েন (@derekobrienmp) April 1, 2021
वहीं इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, ”क्या वाक़ई सरकार की स्कीम पर ब्याज दरें घटाने का फैसला भूल से हुआ? या फैसला वापस लेने की बुद्धि क्या चुनाव के कारण आई है?”
Really @nsitharaman “oversight” in issuing the order to decrease interest rates on GOI schemes or election driven “hindsight” in withdrawing it? https://t.co/Duimt8daZu
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 1, 2021
टीएमसी की ही एक और सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने ट्वीट में लिखा है, ”सबसे बड़ा अप्रैल फूल का चुटकुला क्या है? ये कि छोटी बचत की स्कीम पर घटाई गई ब्याज दरों का फैसला भूल से लिया गया था? या ये कि निर्मला सीतारमण देश की वित्त मंत्री हैं?”
What is the biggest April Fool’s joke here?
That a now- rolled back small savings rate cut was issued by “oversight”?
Or that Nirmala Sitaraman is Fin Min of this country?— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) April 1, 2021
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वहीं ट्विटर पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल करते हुए लिखा है, ”माननीय वित्त मंत्री जी, आप सर्कस चला रही हैं या सरकार? लोग अर्थव्यवस्था का हाल समझ सकते हैं, जब करोड़ों लोगों को प्रभावित करने वाला फैसला भूल से लिया जाता है। बतौर वित्त मंत्री आप पद पर बने रहने का अधिकार खो चुकी हैं।”
Madam FM,
Are u running a ‘Circus’ or a ‘Govt’?
One can imagine the functioning of economy when such duly approved order affecting crores of people can be issued by an ‘oversight’.
Who is the competent authority referred in order?
You have no moral right to continue as FM. pic.twitter.com/czRv5MY7O8
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 1, 2021
आम लोगों ने क्या कहा?
ट्विटर पर एक यूजर सौरभ ने लिखा, ”निर्मला सीतारमण ने फैसला वापस लेने पर कहा- कैसा लगा मेरा मजाक?” दूसरे अन्य यूजर
नीरव पांचाल लिखते हैं, ”ये यू-टर्न सरकार है। पांच राज्यों के चुनावों के बाद यही फैसला लागू करेंगे।”
दूसरे यूजर कमलेश कुमार ने ट्विटर पर लिखा है, ”मैडम वित्त मंत्रालय भूल से फैसला कैसे कर लेता है? जिम्मेदार व्यक्ति को सजा दीजिए ताकि वो मई में ये भूल दोबारा ना करे।”
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वहीं अमन जैन नाम के यूजर ने लिखा है, ”निर्मला सीतारमण को दशक की बेस्ट परफॉर्मिंग वित्त मंत्री का पुरस्कार एक अप्रैल को दिया जाना चाहिए।”