जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना के मामलों तेज़ी से आई बढ़ोत्तरी के बाद अब चिंता की बात यह है कि अब मौतों का आंकड़ा भी तेज़ी से बढ़ने लगा है. दिल्ली में दिसम्बर के आख़री सप्ताह से लेकर शुरुआती जनवरी के बीच 70 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई. इन मरने वालों में से ज़्यादातर कैंसर, लीवर या फिर दिल की बीमारियों से पहले से जूझ रहे थे.
इन आंकड़ों को देखने के बाद दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को यह निर्देश जारी किया है कि कोविड मरीजों को भर्ती किये जाने के मामले में प्रोटोकाल का पालन करने के साथ ही कोरोना से होने वाली मौतों का विश्लेषण ज़रूर किया जाए. अस्पतालों से कहा गया है कि अगर कोविड पॉजिटिव मरीज़ अस्पताल में लाया जाता है तो सबसे पहले यह पता कर लिया जाए कि वह पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से तो नहीं जूझ रहा है. ऐसे मरीजों की अस्पतालों में विशेष देखभाल की जाए.
गंभीर बीमारी से जूझ रहे कोविड मरीज़ के इलाज में उसकी बीमारी से सम्बंधित विशेषज्ञ डॉक्टर भी शामिल किये जाने के आदेश दिए गए हैं. ऐसे मरीजों का कोविड का इलाज तो ही साथ ही उसे उस बीमारी का भी बिलकुल वैसा ही इलाज मुहैया कराया जाए जैसा कि कोविड होने से पहले उसे दिया जा रहा था.
यह भी पढ़ें : चीन को देश की सुरक्षा से जुड़े दस्तावेज़ सौंपने वाले पत्रकार की सम्पत्ति जब्त
यह भी पढ़ें : इस काल रिकार्डिंग ने 24 घंटे में ही सुलझा दिया डबल मर्डर केस
यह भी पढ़ें : लड़ते-लड़ते क्यों अयोध्या को छोड़ गए योगी आदित्यनाथ
यह भी पढ़ें : स्वास्थ्य मंत्रालय ने चुनाव आयोग के साथ बैठक में की यह सिफारिश
यह भी पढ़ें : एक ही मुद्दे पर छह थानों में एसडीएम ने दर्ज कराया सपा नेता के खिलाफ मुकदमा
यह भी पढ़ें : नहीं रहा पत्रकारिता का कमाल
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : … क्योंकि चाणक्य को पता था शिखा का सम्मान