जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी में किसानों के साथ धोखेबाजी करने वालों के लिए जेल ही परमानेंट ठिकाना है। उन्होंने कहा है कि किसानों का हित संरक्षण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कोई अधिकारी हो या कर्मचारी अथवा निजी संस्था, किसी को भी किसानों के हक के साथ खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धान खरीद की सुचारू कार्यवाही में कुछ लोग रोड़ा अटकाना चाह रहे हैं, इनसे सख्ती के साथ निपटा जाए। मुख्यमंत्री योगी ने धान क्रय केंद्रों पर दलालों की गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत बताते हुए पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि किसानों को 72 घंटे में धान का मूल्य उपलब्ध करा दिया जाए।
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मुख्यमंत्री योगी ने एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी टीम बनाकर निरन्तर धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण सुनिश्चित करें। धान क्रय की प्रक्रिया अगले साल फरवरी तक संचालित होगी। इसके द्दष्टिगत सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने धान क्रय प्रक्रिया में लापरवाही बरतने वालों की जवाबदेही तय कर सख्त कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ की बैठक में लिए गए निर्णयों को पूरे प्रदेश में तत्परता से लागू किया जाए। इस सम्बन्ध में सभी जिलों में समयबद्ध ढंग से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आयोग के निर्णयों के क्रम में सम्पादित किए जाने वाले कार्यों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गो-आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश के लिए चारे-पानी की पर्याप्त उपलब्धता बनाई रखी जाए। गोवंश को सर्दी से सुरक्षित रखने के लिए गो-आश्रय स्थलों में सभी जरूरी इन्तजाम सुनिश्चित किए जाएं।
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