Tuesday - 29 October 2024 - 1:54 AM

रिश्वत लेते पकड़ी गई इंस्पेक्टर ने कहा-अकेले मेरे लिए नहीं है, ऊपर तक देना है

जुबिली न्यूज डेस्क

जयपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो ने महिला ड्रग इंस्पेक्टर को 5 हजार रुपये घूंस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। जैसे ही उस महिला इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया, उसने दो टूक में कहा, यह अकेले मेरे लिए नहीं है, ऊपर तक देना पड़ता है, नहीं देने पर कहते हैं कि बीकानेर ट्रांसफर करवा देंगे।

गिरफ्तार इंस्पेक्टर सिंधू कुमारी के पास जयपुर के 500 मेडिकल स्टोर के निरीक्षण की जिम्मेदारी थी। इंस्पेक्टर हर एक स्टोर से हर महीने पांच-पांच हजार रुपये की वसूली करती थी।

यह भी पढ़ें :  अयोध्या : डीएम आवास के बोर्ड का रंग बदलने के मामले में हुई ये कार्रवाई

यह भी पढ़ें :  जर्मनी के बाद अब चीन अपने रक्षा बजट में करेगा बढ़ोतरी

10 दिन पहले ही एंटी करप्शन ब्यूरो के पास एक दवा दुकान मालिक ने शिकायत की थी कि कई सालों से ड्रग इंस्पेक्टर सिंधू कुमारी 5 हजार रुपये लेती आ रही हैं।

इस्पेक्टर कहती थी, घर आकर दे जाओ पैसा

शिकायत में कहा गया कि आज तक कभी किसी दवा दुकान की जांच नहीं की गई। बस उनका डिमांड होता है कि घर आकर पैसे दे जाओ। छोटे मोटे काम भी कराने होते हैं तो हर काम के लिए पैसे मांगती हैं।

इतना ही नहीं ड्रग स्टोर में या दवा दुकान में कोई नया कर्मचारी भी रखना है तो उसके बदले भी पैसे मांगती थी, क्योंकि नियम के अनुसार राज्य इंस्पेक्टर को जानकारी देनी होती है।

यह भी पढ़ें :  रूस में सैमसंग ने अपने फोन और चिप की बिक्री रोकी 

यह भी पढ़ें : सहारनपुर से दिल्ली जा रही पैसेंजर ट्रेन में लगी आग, इंजन समेत 2 डब्बे जलकर हुए खाक

एंटी करप्शन ब्यूरो ने लगातार 7 दिनों तक इस शिकायत की जांच की और सही पाया, तब 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगने वाली सिंधू कुमारी को ट्रैक करने के लिए एक जाल बिछाया।

एंटी करप्शन ब्यूरो ने आरोपी महिला इंस्पेक्टर को एक रेस्टोरेंट में पैसे लेने के लिए बुलाया और वहां पर रंगे हाथों पकड़ लिया। सिंधू कुमारी मूलत: बिहार की रहने वाली है और यहां नौकरी करती है।

मीटिंग में नहीं पहुंची, रिश्वत लेने पहुंच गई

ड्रग इंस्पेक्टर सिंधू कुमारी जब रिश्वत ले रही थी तब मेडिकल विभाग में बैठक चल रही थी। उन्हें बुलाया जा रहा था मगर वह रिश्वत लेने के लिए रेस्टोरेंट पहुंच गईं। बताया जाता है कि सिंधू कुमारी की ड्रग विभाग में काफी चलती थी।

उनकी विभाग में कितनी चलती थी इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जयपुर के सबसे बड़े मेडिकल कारोबार बाजार सेठी कॉलोनी का जिम्मा भी इसके पास था।

इंस्पेक्टर होने के बावजूद सिंधू कुमारी को गाड़ी और ड्राइवर जैसी सुविधाएं भी दी गई थीं। पिछली बार कोरोना में जब रेमडेसिविर इंजेक्शन का संकट पैदा हुआ था तब भी उसकी पूरी जिम्मेदारी ड्रग विभाग ने ड्रग इंस्पेक्टर सिंधू कुमारी को ही दी थी।

अब सिंधू कुमारी के आरोपों से ड्रग विभाग में हलचल मच गई है। एंटी करप्शन ब्यूरो इस मामले की तस्दीक कर ऊपर के अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने जा रही है।

Radio_Prabhat
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com