जुबिली स्पेशल डेस्क
इन दिनों आम जनता एलपीजी सिलेंडर के लगातार बढ़ रहे दामों को लेकर परेशान हैं। इस मुद्दे पर सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्ष जमकर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहा है।
देश में महंगाई की मार से आम आदमी बेहाल है। आम-आदमी सबसे ज्यादा परेशान पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से है। पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना चुकी जबकि गैस के दामों में बढ़ोत्तरी लगातार देखने को मिल रही है।
इसके अलावा खाद्य तेलों की कीमत भी दोगुनी हो गई है। वही दूध, एलपीजी सिलेंडर, दालों की बढ़ी क़ीमतों ने भी आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है।आलम तो ये हैं कि महंगाई के मामले में अप्रैल में पिछले 8 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया था ।
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अब एक और खबर आपकी जेब पर और बोझ बढ़ाने जा रहा है। दरअसल अब दही-लस्सी से लेकर अस्पतालों में इलाज के लिए अब लोगों को अधिक पैसे देने पड़ेगे। जानकारी के मुताबिक जरूरत की तमाम वस्तुओं पर सरकार ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स की दरें बढ़ा दी हैं। इस वजह एक बार फिर आम इंसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडाइरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स के नए नोटिफिकेशन के मुताबिक सोमवार (18 जुलाई) से इस सिफारिश को लागू किया जा रहा है, जिसके कारण वाले दूध के पैक्ड प्रोडक्ट महंगे हो जाएंगे।
जीएसटी काउंसिल की बैठक में हुआ ये फैसला
- GST काउंसिल की बैठक में टेट्रा पैक वाले दही, लस्सी और बटर मिल्क पर 5 फीसदी GST लगाने का फैसला किया गया
- ब्लेड, पेपर कैंची, पेंसिल शार्पनर, चम्मच, कांटे वाले चम्मच, स्किमर्स और केक-सर्वर्स आदि पर सरकार ने GST को बढ़ा दिया है
- अब इस पर 18 फीसदी की दर से GST वसूली जाएगी
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