जुबिली न्यूज डेस्क
देश में महंगाई की मार से आम आदमी बेहाल है। आम-आदमी सबसे ज्यादा परेशान पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से है। पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना दिया है।
आजाद भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब देश के चारों महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के आंकड़े को पार कर गयी है। इसके अलावा पिछले छह महीनों में खाद्य तेलों की कीमत भी दोगुनी हो गई है। इसके अलावा दूध, एलपीजी सिलेंडर, दालों की बढ़ी क़ीमतों ने भी आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा 7 जुलाई को जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल 35 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 100.21 रुपये जबकि डीजल में 17 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 89.53 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है।
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वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 106.25 रुपये और डीजल की कीमत 97.09 रुपये प्रति लीटर रही।
कोलकाता में भी यह 100 रुपये के आंकड़े को पार कर गया और 100.23 रुपये प्रति लीटर पर बिका। यहां डीजल की कीमत 92.50 रुपये रही। चेन्नई में लोगों ने पेट्रोल 101.06 रुपये और डीजल 94.06 प्रति लीटर के दाम पर खरीदा।
बेंगलुरू में बुधवार को पेट्रोल 36 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 103.56 रुपये प्रति लीटर पर बिका जबकि डीजल 17 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 94.89 रुपये प्रति लीटर पर खरीदा गया।
जुलाई के पहले सात दिनों में अब तक चार बार ईंधन के दामों में बढ़ोतरी की जा चुकी है, जबकि जून में 16 बार ईंधन के दाम बढ़ाए गए थे।
जिस तरह ईंधन के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है, उससे नहीं लगता कि जनता को कोई राहत आने वाले दिनों में मिलने वाली है। महंगाई की मार से कराह रही जनता को लगातार महंगा ईंधन खरीदना पड़ रहा है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है।
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बड़ी आबादी पर करारा वार
इस तरह, 7 जुलाई को देश के 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये को पार कर गयी। इनमें राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, दिल्ली, बिहार, पंजाब, लद्दाख, सिक्किम, जम्मू और कश्मीर और ओडिशा शामिल हैं। इससे समझा जा सकता है कि देश की कितनी बड़ी आबादी पर महंगे ईंधन की मार पड़ रही है।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 32.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी लगाई है और ऐसा करके उसने पिछले सात साल में 22 लाख करोड़ रुपये कमा लिए हैं।
कांग्रेस इसके खिलाफ ब्लॉक, जिला और राज्य के स्तर पर 7 से 17 जुलाई तक प्रदर्शन कर रही है और इसमें कांग्रेस के सभी फ्रंटल संगठन- जैसे महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस वगैरह भाग लेंगे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं से जिलों में साइकिल यात्रा निकालने के लिए कहा गया है।
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर तत्कालीन यूपीए सरकार पर बरसने वाली भाजपा अपने राज में बेतहाशा बढ़ रही ईधन की कीमतों पर चुप्पी साधे हुए है। इतना ही नहीं पेट्रोल-डीजल का दाम खुद बढ़ा रही है और इसके लिए उल्टा यूपीए सरकार को दोषी बता रही है।
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एलपीजी सिलेंडर भी महंगा
ईंधन की आसमान छूती कीमतों के अलावा, खाद्य तेल महंगा हुआ है और एलपीजी सिलेंडर के दाम भी बढ़ गए हैं। कुछ दिन पहले ही प्रति सिलेंडर की कीमत 25.50 रुपये बढ़ी है। एक जुलाई से 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर पर 25.50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ ही दिल्ली और मुंबई में इसकी कीमत 834.50 रुपये हो गई है जबकि चेन्नई में 850.50 इसकी कीमत रुपये है।