जुबिली न्यूज डेस्क
महंगाई एक बार फिर तेजी से बढ़ती जा रही है. जिससे रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है. आम आदमी की थाली से दाल सब्जी गायब होती नजर आ रही है. इसका मुख्य कारण मौसम की मार है। इससे फसलों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि, इस बार मॉनसून जल्दी आ गया है और बारिश भी अच्छी होने की उम्मीद है लेकिन, अभी कीमतों में जल्द राहत मिलने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। खाने-पीने की चीजों की बढ़ती कीमतें चिंता का विषय बनी हुई हैं. ये हमारे कुल खर्च का लगभग आधा हिस्सा होती हैं.
क्यों बढ़ रहे खाने-पीने की चीजों के दाम?
महंगाई इस कदर बढ़ रही है कि फल,सब्जी दाल हो तेल सभी की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो रही है. एक तरफ हीटवेव और भीषण गर्मी ने जीना मुश्किल कर रखा दूसरी तरफ महंगाई ने गरीबों के पसीने छुड़ा रखे है. इस महंगाई से लोगों को राहत मिलना मुश्किल नजर आ रहा है.
दूध-दही के बाद सब्जियों के दामों में उछाल
दूध-दही के बाद सब्जियों में 40 प्रतिशत से लेकर 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी जा रही है. आलू 80 रुपये के 5 किलो मिलते थे अब 150 रुपये के 5 किलो मिल रहे है. टमाटर पहले 30 रुपये किलो थे अब 50 रुपये किलो हैं भिंडी पहले 30 किलो थी कब 50 रुपये किलो है. हरा धनिया पहले 30 रुपये किलो था अब 200 रुपये किलो है. कुल मिलाकर सब्जी के दाम में 40 प्रतिशत से 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई हैं. दाल की कीमतों में भी काफी बढ़ोतरी हो रही है. 20 दिन पहले अरहर की दाल 180 रुपये किलो थी जो अब 220 – 230 रुपये किलो मिल रही है. लोगों का कहना है कि चिकन से महंगी दाल मिल रही है.
क्यों बढ़ रहे है सब्जी के दाम?
सब्जी के दामों में क्यों हो रही है बढ़ोतरी की कई वजह बताई जा रही है. किसानों का कहना है कि भीषण गर्मी की वजह से खेतों में सब्जियां सूख रही है. हरी सब्जियों पर मौसम की मार ज्यादा पड़ रही है. गर्मी से फल के पौधे भी झुलस रहे हैं. फलों को कोल्ड स्टॉरेज में जगह नहीं मिल रही है. भीषण गर्मी पड़ने से सब्जिया खराब हो रही है और सब्जियों को एक जगह से दूसरी जगह ढुलाई करना मुश्किल हो रहा है. इसी वजह से सब्जी के दामों में इतनी बढ़ोतरी हुई है. सब्जी की महंगाई से आम आदमी के जेब पर महंगाई की मार पड़ी है.