न्यूज़ डेस्क
नयी दिल्ली। कोरोना वायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत एमएसएमई सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज घोषित आर्थिक पैकेज का उद्योग गजत ने स्वागत करते हुये कहा कि यह बहुत ही प्रभावशाली पैकेज है।
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आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत यह पहली किश्त है जिसकी बहुत अधिक जरूरत थी। पहली किश्त में एमएसएमई, कर्मचारी भविष्य निधि, बिजली वितरण कंपनियों और कराधान सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए राहत की घोषणा की गयी है जिसकी बहुत अधिक आवश्यकता महसूस की जा रही थी। वित्त मंत्री द्वारा एमएसएमई के लिए घोषित पैकेज लक्षित है। सीआईआई ने एमएसएमई को बगैर कोलेट्रल के भी ऋण्र उपलब्ध कराने की आवश्यकता बतायी है।
चंद्रजीत बनर्जी, महानिदेशक, सीआईआई
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वित्तमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं से यह निश्चित है कि इसी तर्ज़ पर वित्तमंत्री इस श्रृंखला में रिटेल व्यापार के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करेंगी। देश में 7 करोड़ व्यापारी हैं जो लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं और वर्तमान लॉकडाउन से सबसे ज्यादा व्यापार प्रभावित हुए हैं। जिस तरीके से अर्थव्यवस्था के सभी स्तंभों को प्रोत्साहित किया है और वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है, इससे बाजारों में पैसे की तरलता बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी।
बीसी भरतिया, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कॉन्डफेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स
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वित्त मंत्री की घोषणाएं सुनकर यह भरोसा जगा है कि सरकार कोरोना की आंधी से मजबूती के साथ बाहर निकालने में आगे आकर नेतृत्व करेगी। हम इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का शुक्रिया करते हैं। भारत के लिए ये वक्त है कि जब बड़ा सोचा जाए, ये पैकेज भारत के बड़े सपनों को ताकत देता है। सरकार की ओर से ये काफी शानदार कदम उठाया गया है। उम्मीद है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इस पैकेज का इस्तेमाल गरीब, मजदूरों के साथ-साथ छोटे कारोबारियों, उद्योगपतियों के लिए भी किया जाएगा।
डॉ. संगीता रेड्डी, प्रेसिडेंट, फिक्की
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