जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. भारत के बाद अब इंडोनेशिया की सेना भी राफेल विमान से लैस होने जा रही है. भारत और फ्रांस की डील के बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने राफेल विमान खरीदे थे. अब इंडोनेशिया और फ्रांस के बीच 42 राफेल की डील फाइनल हुई है. इंडोनेशिया और फ्रांस की इस डील में भारत के लिए देखने की बात यह है कि भारत ने फ़्रांस से वर्ष 2016 में 36 राफेल 8.7 अरब डालर में खरीदे थे जबकि इंडोनेशिया साल 2022 में 42 राफेल 8.1 अरब डालर में खरीद रहा है.
भारत ने जनवरी 2016 में फ़्रांस के साथ जो डील की थी उसके मुताबिक़ उसे सितम्बर 2018 में राफेल मिल जाने चाहिए थे.
किसी भी देश की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए राफेल काफी अचूक माना जाता है. दस टन वज़न का राफेल 15 टन की मिसाइल को लेकर उड़ान भर सकता है. इस लड़ाकू विमान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह विमान दुश्मन के रडार को चकमा देने में माहिर माना जाता है. राफेल हवा से हवा में वार करने में महारत रखता है.
राफेल दो हज़ार 130 किलोमीटर (2130) प्रति घंटे की रफ़्तार से उड़ता है. यह सिर्फ एक मिनट में 60 हज़ार फिट की ऊंचाई तक चला जाता है. यह लड़ाकू विमान परमाणु हमले को भी अंजाम दे सकता है.
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