जुबिली न्यूज़ डेस्क
सोशल मीडिया वर्तमान समय में हमारी जिन्दगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इसके प्रभाव को इस तरह समझा जा सकता है कि समचार-पत्रों और टीवी चनलों पर खबर चलने के बाद कोई कार्रवाई भले ही न हो लेकिन अगर कोई मुद्दा सोशल मीडिया में ट्रेंड करने लगा तो उसकी सुध प्रशासन और सरकार फ़ौरन लेते हैं। गुरूवार को ट्विटर पर ट्रेंड हो रहे की वर्ड्स में से एक हैश टैग है ‘पीड़ितखाकी’।
इसे ट्रेंड करा रहे हैं पुलिसकर्मी और अपनी मांगों व समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को ‘पुलिस स्मृति दिवस’ मनाया जाता है। इसके 10 दिन पहले पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर ‘पीड़ितखाकी’ मुहीम चलाकर वेतन विसंगतियों, ट्रान्सफर-पोस्टिंग और काम की समय सीमा को लेकर अपनी मांगे रखी हैं।
लुकेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा है कि, महोदय कृपया एमपी पुलिस की स्थिति पर ध्यान दें
#मध्यप्रदेशपुलिससुधार
Sir please give attention toward the condition of mp police @OfficeOfKNath @ChouhanShivraj@CMMadhyaPradesh @ndtv @ABPNews @ZeeNewsHindi @ravishndtv @iBalaBachchan @narendramodi @PMOIndia @RajatSharmaLive pic.twitter.com/TxLgVRnxr3— laukesh kumar (@laukeshfoujdar) October 9, 2019
शिवम वर्मा नाम के यूजर ने लिखा है कि, महोदय योगी आदित्यनाथ जी विभाग में हो रही आत्महत्याओं का मुख्य कारण यह काला कानून (बॉर्डर स्कीम) है पुलिस स्मृति दिवस के दिन इसके समाप्ति की घोषणा कर हम पुलिसकर्मियों को मानवीय जीवन प्रदान करने की कृपा करें।
महोदय @CMYogiAdityaNat विभाग में हो रही आत्महत्याओं का मुख्य कारण यह काला कानून (बॉर्डर स्कीम) है पुलिस स्मृति दिवस के दिन इसके समाप्ति की घोषणा कर हम पुलिसकर्मियों को मानवीय जीवन प्रदान करने की कृपा करें.@dgpup @vivekkumar84 @ABPNews @ravishndtv#पीड़ितखाकी @Mahabahas
— shivam verma (@shivamv04042747) October 10, 2019
एक अन्य ट्वीट में शिवम ने लिखा है कि, महोदय, जब पुलिस एक्ट1861 का है तो हम पुलिस कर्मियों से modern policing कैसे हो पाएगी..? Modern police act 2006 लागू करें।
1- ड्यूटी का समय 8 घंटे करें।
2- साप्ताहिक अवकाश
3-गृह जनपद के पास नियुक्ति
4-बस/रेल का किराया माफ करें
5-वेतन विसंगति दूर करें
वो 61 छुट्टी का अधिकार दिला दो
हमको भी इतवार दिला दो#पीड़ितखाकी #pmoindia #YogiAdityanath— Satyendra Pal (@Satyend72387264) October 6, 2019
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