जुबिली स्पेशल डेस्क
भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलम्पिक के सेमीफाइनल मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ शानदार हॉकी खेलने के बावजूद हार का मुंह देखना पड़ा है। इसके साथ गोल्ड जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया है। जर्मनी ने भारत को कड़े मुकाबले में 3-2 से पराजित कर दिया है। अब भारतीय टीम से ब्रांज मेडल की आस है।
भारतीय हॉकी टीम ने शुरुआत शानदार करते हुए जर्मनी के खिलाफ मैच के पहले क्वार्टर के 7वें मिनट में गोल दागकर 1-0 की अहम बढ़त हासिल कर ली थी। भारत के लिए यह शानदार गोल किसी और ने नहीं बलिक कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दागा।
इसके बाद जर्मनी ने पलटवार करते हुए दूसरे क्वार्टर के 18वें मिनट में गोल दागकर मैच 1-1 से बराबर कर दिया। यह गोल गोंज़ालो पेइलाट ने किया।
इसके बाद दोनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। भारतीय टीम जर्मनी के हर हमले का जवाब दे रही थी जबकि जर्मनी एक और गोल के मौके की तलाश में लग गई और उसे सफलता तब मिली जब सेमीफाइनल मैच में जर्मनी ने दमदार वापसी की और 27वें मिनट में दूसरा गोल दागकर भारत के खिलाफ 2-1 से बढ़त बना ली है।
यह गोल क्रिस्टोफर रूहर के द्वारा किया गया। हालांकि 2-1 से पिछडऩे के बावजूद भारतीय हॉकी टीम ने हिम्मत नहीं हारी और जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल के तीसरे क्वार्टर में भारतीय हॉकी टीम ने जोरदार वापसी की और अपना दूसरा गोल दागकर मैच को 2-2 पर ला दिया। भारत की तरफ से दूसरा गोल सुखजीत सिंह ने 36वें मिनट में किया।