जुबिली न्यूज़ डेस्क
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने गुरुवार को देश के इतिहासकारों, पुरातत्वविदों, भाषाविदों और अन्य विद्वानों से दुनिया के सामने भारत के ‘वास्तविक इतिहास’ को फिर से बनाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है।
नायडू ने पुणे में पुण्यभूषण पुरस्कार प्रस्तुति समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, ”भारतीय इतिहास को फिर से बनाने और फिर से सही करने की जबरदस्त क्षमता है, जिसके विकृत रूप औपनिवेशिक शासकों द्वारा प्रस्तुत किए गए थे। शिवाजी महाराज, शंकराचार्य, रानी लक्ष्मीबाई और बहुत से महान नाम हैं, जिनके योगदान के बारे में बहुत कुछ नहीं सुना जाता है। हमें खुद को फिर से खोजने और भारत के वास्तविक इतिहास को दुनिया के सामने पेश करने की आवश्यकता है।”
नायडू ने कहा ”पूरी दुनिया भारत को देख रही है। जाति, पंथ, धर्म, लिंग और क्षेत्र पर आधारित सभी मौजूदा सामाजिक बुराइयों को दूर किया जाना चाहिए, क्योंकि हम वन नेशन और वन पीपल हैं। हमें अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास करना चाहिए, जो देश में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए काम करने के अलावा जीवन का एक तरीका है। हमारी युवा पीढ़ी की मानसिकता को बदलने की जरूरत है, जिसे हमारे समृद्ध इतिहास और अतीत के बारे में बताया जाना चाहिए। तभी भारत एक मजबूत राष्ट्र होगा।”
पुरातत्व को ‘अन्य विज्ञानों की तुलना में कहीं अधिक विश्वसनीय’ के रूप में पुकारते हुए, नायडू ने कहा, ‘पुरातत्व अतीत और वर्तमान के बीच का सेतु है। पुरातात्विक खुदाई के माध्यम से उपलब्ध कराई गई सभी जानकारी हमारे अतीत की पुष्टि करती है। इससे हमारे इतिहास और पूर्वजों की फिर से खोज होगी।’
इस दौरान पुरस्कार एम वेंकैया नायडू ने सभी भारतीयों को एकजुट होने और प्रचलित सामाजिक बुराइयों से लड़ने का भी आह्वान किया। बता दें कि भारतीय जानता पार्टी और संघ हमेसा से ही यह मांग करते आए हैं कि भारतीय इतिहास में बदलाव हो। हाल ही में पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर भी विवाद सामने आए हैं, ऐसे में सवाल उठता है क्या अब इतिहास को फिर निर्मित किया जाएगा।
बता दें कि पुण्यभूषण फाउंडेशन द्वारा कला, संगीत, संस्कृति, विज्ञान, उद्योग, सामाजिक सेवा, या खेल के क्षेत्र से एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व को हर साल पुण्यभूषण (पुणे का गहना) पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इस वर्ष, प्रसिद्ध पुरातत्वविद् जीबी देगलुरकर को पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में सम्मानित किया गया।
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