जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. पाकिस्तान की जेल में कैद कुलभूषण जाधव से आज दो भारतीय राजनयिकों से मुलाक़ात की. राजनयिकों ने भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव से मौत की सजा के खिलाफ दायर की जाने वाली पुनर्विचार याचिका पर दस्तखत करवाए. इस मामले में पाकिस्तान ने कहा था कि कुलभूषण मौत की सजा मामले में पुनर्विचार याचिका नहीं दायर करना चाहते. भारतीय राजनयिक कुलभूषण से मिले. तीन घंटे चली मुलाक़ात के दौरान कुलभूषण से उन पर चल रहे केस के बारे में बातचीत हुई. कुलभूषण ने पुनर्विचार याचिका पर दस्तखत कर दिए हैं.
पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव से वर्ष 2017 में उनकी माँ और पत्नी से मुलाक़ात करवाई गई थी. भारतीय राजनयिकों की यह दूसरी मुलाक़ात थी. इससे पहले 2019 में यह मुलाक़ात हुई थी. पाकिस्तान ने भारतीय अधिकारियों से कहा था कि वह जाधव से सिर्फ अंग्रेज़ी में बात करें हालांकि उन्होंने बातचीत के दौरान कोई हस्तक्षेप नहीं किया.
कुलभूषण जाधव को वर्ष 2017 में जासूसी और आतंकवाद के आरोप में फांसी की सजा सुनाई थी. भारतीय नौसेना के अधिकारी रहे जाधव को पाकिस्तान ने ईरान सीमा से गिरफ्तार किया था. भारत की तमाम कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिकों को जाधव तक नहीं पहुँचने दिया तो भारत ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया.
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अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने पाकिस्तान सरकार को आदेश दिया कि भारतीय राजनयिकों से कुलभूषण की मुलाक़ात करवाई जाए तथा उन्हें अपनी सजा के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का मौका दिया जाए. पाकिस्तान ने बताया कि कुलभूषण पुनर्विचार याचिका दायर नहीं करना चाहते. पाकिस्तान के इस दावे के बाद भारतीय अधिकारी कुलभूषण से मुलाक़ात करने गए थे.