भारत के 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप में जीत के हीरो रहे युवराज सिंह ने सोमवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। युवराज सिंह 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेलना चाहते थे लेकिन खराब फॉर्म और फिटनेस के कारण उनका यह सपना अधूरा रह गया।
18 साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद युवराज ने संन्यास का एलान करते समय कहा कि मैनें कभी हार नहीं मानी। उन्होंने कहा कि क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ दिया। इस दौरान वे भावुक भी हो गए।
जानकारी के मुताबिक युवराज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी टी-20 लीग में खेलना चाहते हैं। युवी विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस क्रिकेटर के तौर पर खेल सकते हैं।
युवी BCCI से जीटी-20 (कनाडा) और आयरलैंड व हॉलैंड में यूरो टी-20 स्लैम में खेलने के बारे में बातचीत करेंगे, क्योंकि उन्हें इन सभी लीग में खेलना का ऑफर मिला है।
क्रिकेट में आए दिन रिकॉर्ड बनते हैं और आए दिन टूटते हैं, लेकिन एक रिकॉर्ड पिछले नौ साल से टूटने का इंतेजार कर रहा है। यह रिकॉर्ड युवराज सिंह के नाम है।
छह गेंद पर छह छक्के लगाने वाले सिक्सर किंग युवी ने 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ केवल 12 बॉल पर 50 रन ठोक दिए थे। उनकी इस पारी में छह छक्के और तीन चौके शामिल थे। युवी के इस रिकॉर्ड के करीब तो बहुत से खिलाड़ी पहुंचे हैं, लेकिन यह रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए।
गौरतलब है कि 37 वर्षीय युवराज सिंह ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। युवी ने अपना आखिरी टी-20 मैच 1 फरवरी 2017 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला। जबकि आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के ही खिलाफ खेला था।
12 दिसंबर 1981 को जन्मे युवराज सिंह पिछले दो साल से टीम इंडिया के लिए किसी भी फॉर्मेट में क्रिकेट नहीं खेल रहे थे। खराब फॉर्म और फिटनेस के कारण वह भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे।
युवराज इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेले, लेकिन उन्हें अधिक मौके नहीं मिले। युवी ने इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से 4 मैचों में कुल 98 रन बनाए। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 53 रन रहा।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास मे सबसे सुनहरा पल T-20 2007 का वर्ल्ड कप था जिसमें युवराज सिंह ने छह गेंदों पर छह छक्के लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया। इसके साथ युवराज सिंह पहले ऐसे ऑलराउंडर है जिन्होंने एक विश्वकप में 350 रन बनाए और 15 विकेट लिए।
युवी को भारत का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान अर्जुन अवार्ड से राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया। युवराज सिंह को सन 2014 में पदम श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके साथ ही युवराज को एक ICICI स्पोर्ट पर्सन के रूप में 2014 में इस अवार्ड से सम्मानित किया।