जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना ने एक उच्चस्तरीय टीम फ्रांस के आईस्ट्रेस एयरबेस पर विमान के प्रदर्शन का मूलांकन करने के लिए भेजी है. दरअसल भारत ने फ्रांस से जो 30 राफेल विमान खरीदे हैं, वायुसेना अब उनका अपग्रेड करना चाहती है. भारतीय वायुसेना फ्रांस से आये इन लड़ाकू विमानों को और ज्यादा ताकतवर बनाना चाहती है. इस दिशा में जनवरी 2022 में काम शुरू हो जायेगा.
फ्रांस के साथ राफेल विमानों का सौदा 2016 में हुआ था. भारतीय वायुसेना इन लड़ाकू विमानों को और ज्यादा ताकतवर बनाने की तैयारी शुरू कर चुकी है. भारत ने फ्रांस के साथ 36 लड़ाकू विमानों की खरीद का सौदा किया था. 29 जुलाई 2020 को इसमें से पांच राफेल पहली खेप के रूप में भारत पहुँच गए थे. भारत को अब तक 30 राफेल मिल चुके हैं. तीन और विमान सात व आठ दिसम्बर को भारत पहुंचेंगे.
भारत पहुँचने वाले सभी राफेल अपग्रेड किये जायेंगे. इसकी किट फ्रांस से आयेगी और भारत में इसे मानकों के मुताबिक़ अपग्रेड किया जायेगा. फ्रांस से आने वाला अंतिम विमान आरबी-008 होगा. इसी विमान के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए भारत से उच्चस्तरीय टीम फ़्रांस गई हुई है. इस विमान का नाम पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया के नाम पर रखा जायेगा. श्री भदौरिया ने ही राफेल की 60 हज़ार करोड़ रुपये की डील पर हस्ताक्षर किये थे.
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