- क्रिकेट की दुनिया में 24 वर्षों (1989-2013) तक छाए
- सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को दिन में 1 बजे मुंबई में हुआ
सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। 18 जनवरी, 1994 को लखनऊ का केडी सिंह बाबू स्टेडियम पूरी तरह से भरा हुआ था। दरअसल यहां पर भारत बनाम श्रीलंका के बीच पहला क्रिकेट टेस्ट शुरू होने वाला था। मैदान पर दर्शक पहुंचने के लिए सुबह पांच बजे से ही बाबू स्टेडियम का रूख करने लगे थे। नवाबों के शहर में 1952 के बाद पहली बार यहां पर कोई टेस्ट मैच आयोजित किया जा रहा था।
उस दौर में भारतीय टीम अजहर, सिंद्दू, कपिल देव जैसे खिलाड़ियों की तूती बोलती थी लेकिन इनके आलावा भारतीय क्रिकेट में नये सितारे का उदय भी हो चुका था। ये कोई और नहीं था बल्कि क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर थे।
इस टेस्ट में नवजोद सिंह सिंद्दू ने शतक लगाया था लेकिन चर्चा सचिन की होती है। दरअसल इस मैदान पर सचिन का बल्ला इस टेस्ट में जोरदार तरीके से बोला था। उन्होंने इस मुकाबले में 22 चौके की मदद से शानदार 142 रन जड़े थे। उनकी इस पारी को देखने के बाद जानकारों ने मान लिया था कि आने वक्त इस खिलाड़ी का होने वाला है। सचिन आज 51 साल हो गए है।
अशोक बांबी ने साझा की सचिन से जुड़ी कुछ यादें
भारत और श्रीलंका के बीच लखनऊ में खेले गए पहले टेस्ट में लोकल मैनेजर के तौर पर मौजूद रहे अशोक बांबी ने सचिन से जुड़ी कुछ यादे जुबली पोस्ट से साझा की। उन्होंने बताया कि अजहर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
ओपनर बल्लेबाज मनोज प्रभाकर 21 रन के स्कोर पर चलते बने। इसके बाद विनोद कांबली भी पांच रन के योग पर पावेलियन की राह पकड़ ली थी। 84 रन पर दो विकेट खो जाने के बाद लगा कि भारतीय पारी जल्दी समाप्त हो जाएगी लेकिन छोटे कद-काटी के सचिन केडी सिंह बाबू की पिच पर अपने हुनर से लोगों को रोमांचित कर दिया था।
अशोक बांबी बताते हैं कि दो विकेट जल्दी गिर जाने के बाद भारत पर थोड़ा दबाव था। अजहर ने सचिन को चौथे नम्बर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा। सचिन ने आते ही श्रीलंकाई गेंदबाजों की खबर लेनी शुरू कर दी थी। उधर दूसरे ओपनर नवजोद सिंह सिंद्दू सचिन के साथ मिलकर टीम के स्कोर पर आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। पहले दिन सचिन 88 रन बनाकर नाबाद थे। पहले दिन टीम का स्कोर तीन विकेट 269 रन था।
दूसरे दिन तीन लगातार चौके जड़कर सचिन ने पूरा किया 100
अशोक बांबी ने बताया कि दूसरे दिन आसमान में कोहरा था और बादल भी छाये हुए, जबकि हवा भी तेज चल रही थी। श्रीलंका के तेज गेंदबाज स्विंग और रफ्तार से भारतीय बल्लेबाजों को काबू में करना चाहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
सचिन को शतक बनाने की काफी जल्दी थी और उन्होंने दूसरे दिन के शुरु आती ओवर में तीन लगातार चौके जडक़र शतक पूरा कर लिया। उनके इस करिश्मायी खेल की बदौलत टीम इंडिया ने लखनऊ टेस्ट एक पारी 119 रन से जीत कर सीरीज में 1-0 की अहम बढ़त हासिल कर ली थी।
अगर टीम फाइनल में पहुंची तो जरूर खेलूंगा
अशोक बांबी बताते हैं सचिन से उनकी तीन मुलाकात हुई थी। एक बार रणजी ट्रॉफी के सिलसिले में मुम्बई में मुलाकात हुई थी जबकि देवधर टॉफी के फाइनल खेलने के लिए सचिन ने वादा किया था अगर वेस्ट जोन फाइनल में पहुंचती है तो जरूर इस मुकाबले में खेलेंगे। अशोक बांबी ने सचिन से कहा कि आप मुझे जानते हैं तो इसपर सचिन ने तपाक से जवाब देते हुए आई नो वेरी वेल।
सचिन के कुछ अहम रिकॉर्ड
- सचिन ने 463 वन डे खेले हैं जबकि 200 टेस्ट खेले हैं
- सचिन ने वनडे क्रिकेट में 18 हजार 426 रन बनाये हैं
- टेस्ट क्रिकेट में 15 हजार 921 रन हैं
- सचिन ने सभी टेस्ट नेशन के खिलाफ शतक जड़ा है
- सचिन ने 34 हजार 347 अंतरराष्ट्रीय रन बनाये हैं
- टेस्ट में उनके नाम 51 शतक जबकि वनडे में 49 शतक जड़े
- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन 100 शतक जडऩे वाले एकमात्र खिलाड़ी है
- वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले वह दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं
- सचिन तेंदुलकर के नाम संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा 6 वर्ल्ड कप खेलने का रिकॉर्ड है