जुबिली न्यूज डेस्क
भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए टेस्ट सीरीज 2-1 से जीत ली है। ब्रिस्बेन में 33 साल से ऑस्ट्रेलिया नहीं हारा था, लेकिन टीम इंडिया ने इसको भी मुमकिन कर दिखाया और गाबा के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत का अंत कर दिया।
भारत ने लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया को उसके ही घर में टेस्ट सीरीज में पटखनी दी है। पिछली बार भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके ही घर में 2018-19 टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था। भारतीय टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी लगातार तीसरी बार अपने नाम कर जीत की हैट्रिक लगाई है।
इससे पहले भारत ने पिछली दोनों सीरीज जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया था। 2018/19 में पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत ने 2-1 से और इससे पहले 2016/17 में भारत ने अपने घर में ऑस्ट्रेलिया को इतने ही अंतर से मात दी थी।
दूसरी पारी में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम के द्वारा दिए लक्ष्य का पीछा चल रहा था, तब भारत के सामने ड्रॉ और जीत के बीच किसी एक को चुनने की चुनौती थी। ऋषभ पंत जब बल्लेबाजी करने आए तब उन्होंने अपने ही अंदाज में क्रिकेट खेला और नामुमकिन को मुमकिन कर दिया। पंत ने 138 गेंद में धुआंधार 89 रनों की पारी खेली और अकेले दम पर टीम इंडिया को जीत के पार पहुंचा दिया।
इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 294 रनों पर ऑल आउट कर दिया था. टीम इंडिया को ये टेस्ट मैच और सीरीज जीत के लिए 328 रनों का टारगेट मिला। भारत की पहली पारी 336 रनों पर सिमट गई थी। भारत पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 369 रनों के स्कोर से 33 रन दूर रहा गया था। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 33 रनों की बढ़त हासिल थी।
ऑस्ट्रेलिया को उसके अभेद किले ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में हराकर टीम इंडिया इतिहास रच सकती है। ब्रिस्बेन में 33 साल से ऑस्ट्रेलिया नहीं हारा, लेकिन टीम इंडिया इसको भी मुमकिन कर सकती है और गाबा के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत का अंत कर सकती है।