जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। हालांकि यह मुकाबला बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा। इस टेस्ट में मैदान पर और उसके बाहर भी कई तरह का खेल देखने को मिला लेकिन भारतीय टीम ने कंगारुओं को अपने खेल से करारा जवाब दिया है।
ऑस्ट्र्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 338 रन बनाकर भारतीय टीम पर दबाव बनाने की कोशिश जरूर की थी। दरअसल पहली पारी में भारतीय टीम 244 रन पर लुढक़ गई थी और उसके आखिरी पांच विकेट केवल 49 रन पर गिर गए थे।
ऑस्ट्रेलिया ने दिया भारत को 407 का बड़ा लक्ष्य
ऐसे में लगने लगा था शायद सिडनी टेस्ट भारत के हाथ निकल जाएगा, क्योंकि इसके बाद ऑस्ट्र्रेलिया ने दूसरी पारी में छह विकेट पर 312 रन पर घोषित कर भारत को जीत के लिए 407 रन का बड़ा लक्ष्य दिया।
इसके बाद लग रहा था कि भारत इस बड़े लक्ष्य के आगे घुटने टेक देगा लेकिन हुआ इसका उलट। पंत और पुजारा ने कंगारुओं के विकेट के लिए तरसाकर रख दिया।
इसके बाद रही सही कसर ऑउट ऑफ फॉर्म चल रहे हनुमा बिहारी और आर अश्विन ने पूरी कर दी। इस तरह से भारतीय टीम ने मैच के पांचवें दिन पांच विकेट पर 334 रन बनाकर मैच को ड्र्रॉ करा दिया। अगर देखा जाये तो इस ड्र्रॉ में भारत की जीत छुपी है।
अब 15 जनवरी से शुरू हो रहे हैं आखिरी टेस्ट में सबकी नजरे होगी। अगर सिडनी टेस्ट की बात की जाये तो किसी ने नहीं सोचा था कि यह मुकाबला पांचने दिन जाएगा। इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोर्टिंग मैच के चौथे दिन कह दिया था भारतीय टीम दूसरी पारी में 200 रन भी नहीं बना पायेगी लेकिन उनकी यह बात भविष्यवाणी भारतीय बल्लेबजों ने गलत साबित कर दिया है।
मैच के पांचवें दिन रहाणे केवल पांच रन के स्कोर पर ही पॉवेलियन लौट गए थे लेकिन इसके बाद बिहारी से पहले पंत को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। भारतीय टीम के लिए यह फैसला सही साबित हुआ।
पंत ने एक समय मैच को भारत के पक्ष कर दिया था लेकिन नाथन लॉयन की गेंद पर पैट कमिंस को कैच देकर पंत लौटे पवेलियन। पंत ने 97 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान कंगारुओं की पेस के बैटरी के साथ-साथ स्मिनर नाथन लायन की जमकर धुनाई की है।
पंत ने 118 गेंदों पर 12 चौके के साथ-साथ तीन जोरदार छक्के भी लगाकर मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के होश उड़ा दे। वहीं पुजारा ने एक बार फिर विकेट पर डटकर बल्लेबाजी करते हुए 205 गेंदों पर 12 चौके की मदद से जुझारू 77 रन बनाये।
दोनों की पारी के सहारे टीम इंडिया को बड़ी राहत मिली। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 148 रन की अहम साझैदारी कर डाली। इसके बाद हनुमा विहारी बल्लेबाजी करने आये। हालांकि उनको कुछ परेशानी जरूर उठानी पड़ी क्योंकि उनको हेमस्ट्रिंग की समस्या हुई है।
मैदान पर फिजियो आए हैं और हनुमा का इलाज भी कराना पड़ा है लेकिन उन्होंने कंगारुओं के पेस अटैक का बहादुरी के साथ सामना किया। आर अश्विन और हनुमा विहार ने मिलकर नाबाद 62 रन की अहम साझेदारी कर डाली। इसके साथ सिडनी टेस्ट में टीम इंडिया इस मुकाबले को ड्रॉ करा लिया है लेकिन यह ड्रॉ किसी जीत से कम नहीं है।