स्पेशल डेस्क
साउथम्पटन। मोहम्मद शमी की जबरदस्त हैट्रिक और जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल तथा हार्दिक पांड्या के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने बेहद उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले में अफगानिस्तान को आईसीसी विश्व कप मुकाबले में शनिवार को 11 रन से पराजित टूर्नामेंट अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। भारत ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 224 रन का मामूली स्कोर बनाये। जवाब में अफगानिस्तान की टीम ने जोरदार संघर्ष किया लेकिन शमी की कमाल की गेंदबाजी से पूरी टीम अफगानिस्तान की टीम 49.5 ओवर में 213 रन के स्कोर ही बना सकी।
इस ओवर में बदला खेल
अफगानिस्तान को एक ओवर में 16 रन चाहिए थे। विराट ने गेंद शमी को थमायी। शमी ने 50वें ओवर में तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर विकेट लेकर हैट्रिक पूरी की।
इससे पूर्व अफगानिस्तान ने विश्व की नंबर दो टीम और खिताब के प्रबल दावेदार भारत को आईसीसी विश्वकप मुकाबले में शनिवार को बेहद कम स्कोर यानी 50 ओवर में आठ विकेट में 224 रन के स्कोर रोक दिया है। लगातार मिल रही हार के बाद अफगानिस्तान की टक्कर मजबूत भारत से चल रही है। जवाब में समाचार लिखे जाने तक अफगानिस्तान ने दो विकेट पर 67 रन बना लिए है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अकेले संघर्ष किया और 63 गेंदों पर 67 रन की अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम इंडिया को बड़ी राहत दी है। दूसरी ओर केदार यादव ने भी थोड़ा संघर्ष किया और किसी तरह से एकतरफा संघर्ष किया और 63 गेंदों पर 67 रन की अर्धशतकीय पारी में पांच चौके लगाए। 68 गेंदों पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 52 रन का योगदान दिया जबकि अन्य बल्लेबाजों ने निराश किया है
WORLD CUP कप में भारत की 50वीं जीत
- ऑस्ट्रेलिया : 90 मैच, 67 जीते, 21 हारे, 1 टाई, 1 बेनतीजा
- न्यूजीलैंड : 83 मैच, 52 जीते, 30 हारे, 0 टाई, 1 बेनतीजा
- भारत : 79 मैच, 50 जीते, 27 हारे, 1 टाई, 1 बेनतीजा
- इंग्लैंड: 78 मैच, 45 जीते, 31 हारे, 1 टाई, 1 बेनतीजा
- वेस्टइंडीज: 76 मैच, 42 जीते, 32 हारे, 0 टाई, 2 बेनतीजा
- पाकिस्तान: 75 मैच, 41 जीते, 32 हारे, 0 टाई, 2 बेनतीजा
- श्रीलंका: 77 मैच, 37 जीते, 37 हारे, 1 टाई, 2 बेनतीजा
- द. अफ्रीका: 61 मैच, 36 जीते, 22 हारे, 2 टाई, 1 बेनतीजा
- बांग्लादेश: 37 मैच, 13 जीते, 23 हारे, 0 टाई, 1 बेनतीजा
- जिम्बाब्वे: 57 मैच, 11 जीते, 42 हारे, 1 टाई, 3 बेनतीजा
वर्ल्ड कप हैट्रिक
चेतन शर्मा, 1987
सकलेन मुश्ताक, 1999
चमिंडा वास, 2003
ब्रेट ली, 2003
लसिथ मलिंगा, 2007 (4 में 4)
केमार रोच, 2011
लसिथ मलिंगा, 2011
स्टीवन फिन, 2015
जेपी डुमिनी, 2015
मो. शमी, 2019