अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से अपील की कि वे इस काम को सबसे बड़ी प्राथमिकता दें और अपने-अपने राज्यों में कानून-व्यवस्था बनाए रखें, उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान और उनके वीजा रद्द करने की प्रक्रिया में कोई देरी नहीं होनी चाहिए, सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार इस मामले में राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि यह प्रक्रिया आसानी से पूरी हो सके…
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश की सुरक्षा और आंतरिक नीति को लेकर केंद्र सरकार अब और ज्यादा अलर्ट हो गई है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक अहम पहल करते हुए देश के सभी मुख्यमंत्रियों से बातचीत की और उन्हें निर्देश दिए कि उनके राज्य में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जाए और उनकी एक विस्तृत सूची तैयार की जाए।
इस बातचीत के दौरान गृह मंत्री ने साफ कहा कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा खत्म हो चुका है या जो संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं, उनके वीजा तुरंत रद्द किए जाएं। साथ ही, उन्हें भारत से बाहर भेजने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
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गृह मंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया है कि वे अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की सूची जल्द से जल्द गृह मंत्रालय को भेजें ताकि केंद्र सरकार समन्वय के साथ कार्रवाई कर सके। यह कदम हालिया आतंकी घटनाओं, विशेषकर पहलगाम हमले के मद्देनजर उठाया गया है।
सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने और अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
गृह मंत्रालय इस बात पर विशेष ध्यान दे रहा है कि कोई भी विदेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों या अवधी समाप्त वीजा के साथ देश में न रहे। यह कदम पाकिस्तान के साथ बिगड़ते संबंधों के बीच एक सख्त और निर्णायक नीति की ओर इशारा करता है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बल पूरी तरह एक्शन मोड में आ गए हैं। स्थानीय आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू हो चुकी है।