जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. भारत ने अटारी बार्डर पर अपना पहला रेडियेशन डिटेक्शन इक्विपमेंट लगाया है. इस डिवाइस के ज़रिये फुल बॉडी ट्रक स्कैन हो जाता है. वास्तव में इस उपकरण के ज़रिये हमारी सुरक्षा एजेंसियां यह पता कर लेती हैं कि बार्डर पार कर आ रहे ट्रक में हथियार, गोला बारूद या फिर कोई रेडियोधर्मी सामग्री तो नहीं आ रही है.
भारत और पाकिस्तान के बीच इस समय व्यापार पूरी तरह से बंद है लेकिन फिर भी अटारी बार्डर पर इस उपकरण को लगाया गया है क्योंकि पाकिस्तान होते हुए अफगानिस्तान से रोजाना करीब 30 ट्रक फल और सूखे मेवे लेकर भारत आ रहे हैं.
लैंड पोर्ट्स अथारिटी ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन आदित्य मिश्र ने बताया कि अटारी बार्डर के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर लगने वाला रेडियेशन डिटेक्शन इक्विपमेंट देश के किसी भी बार्डर पर लगने वाला पहला इस तरह का उपकरण है. इस उपकरण के लग जाने से सीमा सुरक्षा बल को काफी आराम हो जाएगा. इसके ज़रिये वह आसानी से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रेडियोधर्मी सामग्री और हथियारों की तस्करी को रोक पायेंगे.
पाकिस्तान के अलावा भारत का नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार और अफगानिस्तान से व्यापारिक रिश्ता है. पाकिस्तान से फिलहाल व्यापार बंद है लेकिन अफगानिस्तान से व्यापारिक रिश्ते बने हुए हैं और अफगानिस्तान से आने वाले ट्रक पाकिस्तान होते हुए भारत में प्रवेश करते हैं.
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इस तरह के चेक पोस्ट भारत अब बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल सीमा पर भी स्थापित करेगा. नेपाल सीमा पर रक्सौल और जोगबनी में ऐसे चेक पोस्ट बनेंगे. बांग्लादेश सीमा के लिए पेट्रापोल, दावकी, अगरतला और सुतारकानी में चेकपोस्ट बनाये जायेंगे. म्यांमार सीमा के लिए मोरेह में चेकपोस्ट बनाकर वहां रेडियेशन डिटेक्शन इक्विपमेंट लगाये जायेंगे.