जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: भारत की इकोनॉमी को झटका देने वाली खबर आई है। ग्लोबल टैरिफ तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय एजेंसी Moody’s Analytics ने भारत की 2025 की GDP ग्रोथ रेट का अनुमान घटा दिया है। पहले यह अनुमान 6.4% था, जिसे अब कम करके 6.1% कर दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के टैरिफ बढ़ने से भारत के प्रमुख निर्यात क्षेत्रों पर दबाव बनेगा, खासकर जेम्स एंड ज्वैलरी, मेडिकल डिवाइसेज और टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर।
अमेरिका के टैरिफ से क्यों बढ़ी भारत की चिंता?
Moody’s का कहना है कि अमेरिका इंडिया का बड़ा ट्रेड पार्टनर है, और इसके निर्यात पर 26% टैरिफ से व्यापार संतुलन बिगड़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 75 देशों पर लागू होने वाले टैरिफ पर भले ही 90 दिन की छूट दे दी हो, लेकिन चीन पर टैरिफ को 125% तक बढ़ा दिया गया है। इंडिया के लिए राहत यह है कि घरेलू मांग मजबूत बनी हुई है, जिससे अर्थव्यवस्था पर असर थोड़ा कम रहेगा।
RBI से राहत की उम्मीद
Moody’s Analytics ने यह भी उम्मीद जताई है कि महंगाई में गिरावट को देखते हुए RBI साल के अंत तक रेपो रेट में 0.25% की कटौती कर सकता है। इससे पॉलिसी रेट 5.75% तक आ सकती है। पहले ही RBI ने रेपो रेट को घटाकर 6% कर दिया था। साथ ही वित्त वर्ष 2026 के लिए महंगाई का अनुमान भी घटाकर 4% कर दिया गया है।
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टैक्स प्रोत्साहन से मिल सकती है राहत
Moody’s की रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा घोषित टैक्स इंसेंटिव्स से घरेलू अर्थव्यवस्था को सपोर्ट मिलेगा और बाहरी झटकों का असर कम होगा। बाहरी मांग GDP का अपेक्षाकृत छोटा हिस्सा है, इसलिए ओवरऑल इकोनॉमिक ग्रोथ पर सीमित असर पड़ने की संभावना है।