न्यूज डेस्क
विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को तीसरे टेस्ट में पारी और 202 रनों से हरा दिया। इसके साथ ही विराट ब्रिगेड ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली। भारत को टेस्ट सीरीज जीतने के बाद फ्रीडम ट्रॉफी सौंपी गई है। टीम इंडिया का यह 27 साल में पहली बार दक्षिण अफ्रिका के खिलाफ क्लीन स्वीप है।
आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन पर काबिज भारतीय टीम ने इसी के साथ ही टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार दक्षिण अफ्रीका का तीन या उससे ज्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ किया है। री-एडमिशन के बाद दक्षिण अफ्रीका का तीन या उससे ज्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज में तीसरी बार सफाया हुआ है।
मैच के बाद कप्तान विराट कोहली अपनी टीम के प्रदर्शन से काफी खुश नजर आए। कोहली ने कहा, ‘यह शानदार है। एक टीम के रूप में हमने जिस तरह का प्रदर्शन किया है वह गर्व की बात है।’
भारत ने घरेलू धरती पर लगातार 11 टेस्ट सीरीज जीतकर एक रेकॉर्ड बना दिया है। मैच प्रजेंटेशन में कोहली ने जीत के बाद कहा, ‘यह बहुत शानदार है, आप लोगों ने इस बारे में काफी बात की है। एक टीम के तौर पर हमारा प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है।
मुझे अपनी पूरी टीम पर गर्व है। विदेशी दौरों पर भी हमने हर मैच में कड़ा मुकाबला दिया है।’ कोहली ने टीम की मानसिक दृढ़ता की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘टीम की मानसिक दृढ़ता देखना लाजवाब है। यह सीरीज हमारे लिए बहुत अच्छी रही है।’
आपको बता दें कि रांची टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी 9 विकेट पर 497 रन बनाकर घोषित कर दी थी। जवाब में दक्षिण अफ्रीका अपनी पहली पारी में 162 रनों पर ऑलआउट हो गई। पहली पारी के आधार पर भारत को 335 रनों की बढ़त मिली। अफ्रीकी टीम फॉलोऑन नहीं बचा पाई, जिसके बाद उन्हें फिर से बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा।
मैच के तीसरे दिन भारत ने साउथ अफ्रीका के 8 विकेट 132 रनों पर चटका दिए थे। उसे मैच जीतने के लिए सिर्फ दो विकेट की दरकार थी जो दिन के दूसरे ओवर में ही हासिल कर लिए। चौथे दिन भारत ने सिर्फ 9 मिनट और दो ओवरों में मैच अपने नाम कर लिया।।
इससे पहले पहली पारी में जल्दी ढेर होने वाली मेहमान टीम दूसरी पारी में भी बल्ले से कमाल नहीं दिखा सकी और भारतीय गेंदबाजों के सामने संघर्ष करती रही। दूसरे सत्र में अपनी दूसरी पारी शुरू करने वाली दक्षिण अफ्रीका ने चायकाल तक अपने चार विकेट 26 रनों पर ही खो दिए थे।
क्विंटन डि कॉक (5) को उमेश यादव ने पांच के कुल स्कोर पर बोल्ड किया। पहली पारी में अर्धशतक जमाने वाले जुबेर हमजा को शमी ने खाता नहीं खोलने दिया। कप्तान फाफ डु प्लेसिस दूसरी पारी में सिर्फ चार रन बना सके और शमी का शिकार बने।
टेम्बा बावुमा को शमी ने अपना अगला शिकार बनाया। इस दौरान डीन एल्गर को उमेश यादव की गेंद लगी और वह बाहर चले गए। तीसरे सत्र में हेनरिक क्लासेन (5) को उमेश ने 36 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। यहां से साउथ अफ्रीका की हार तय हो गई थी। उसके निचले क्रम ने हालांकि थोड़ा बहुत संघर्ष किया।
जॉर्ज लिंडे ने 27 और डेन पीट ने 23 रन बनाए। कगिसो रबाडा 12 रन बनाकर अश्विन का शिकार बने। इस बीच ब्रूयन ने एक छोर संभाले रखा और किसी तरह तीसरे दिन ही अपनी टीम को हार से बचा लिया। उनके साथ एनरिक नोर्टजे पांच रन बनाकर खड़े हुए हैं। भारत को चौथे दिन सिर्फ दो विकेट चाहिए जिसके बाद वह इस सीरीज से पूरे 120 अंक लेने में सफल रहेगा।
इससे पहले, साउथ अफ्रीका ने दिन की शुरुआत अपनी पहली पारी के स्कोर दो विकेट के नुकसान पर नौ रनों के साथ की थी। उसके अधिकतर बल्लेबाज संघर्ष करते रहे। हमजा ने पहली पारी में टीम के लिए सबसे ज्यादा 62 रन बनाए। उन्होंने बावुमा (32) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की।
इस साझेदारी के अलावा लिंडे (37) और नोर्टजे (4) आठवें विकेट के लिए 32 रन जोड़े जो इस पारी में साउथ अफ्रीका के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। तीन बल्लेबाजों के अलावा कोई और बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच सका। भारत के लिए उमेश यादव ने तीन विकेट लिए। मोहम्मद शमी, शहबाज नदीम, रवींद्र जडेजा के हिस्से दो-दो सफलताएं आईं।