जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. बौद्ध सम्बन्धों को और मज़बूत बनाने के लिए भारत और श्रीलंका ने साथ खड़े होने का फैसला किया है. यह सम्बन्ध बेहतर हों इसके लिए भारत ने श्रीलंका को 15 मिलियन डॉलर की रकम देने का फैसला भी किया है.
भारत-श्रीलंका आभासी द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिन्द महासागर क्षेत्र प्रभाग के जॉइंट सेक्रेटरी एएमटी नारंग ने बताया कि भारत और श्रीलंका के बीच बौद्ध सम्बन्धों की मज़बूत विरासत है. भारत इन सम्बन्धों को और मज़बूत करना चाहता है.
नारंग ने कहा कि भारत की तरफ से दिए जा रहे 15 अरब डॉलर की राशि से बौद्ध धर्म के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सम्पर्क बढाने में खर्च किया जाएगा. विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों की बातचीत के दौरान श्रीलंका के प्रधानमन्त्री महिंद्रा राजपक्षे ने जाफना में भारत की मदद से बने सांस्कृतिक केन्द्र की चर्चा की. इस केन्द्र के उद्घाटन के लिए श्रीलंका सरकार ने पीएम मोदी को भी न्योता भेजा है.
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प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने भी श्रीलंका के प्रधानमन्त्री महिंद्रा राजपक्षे से कई मुद्दों पर बातचीत की. पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच हज़ारों साल पुराने सम्बन्ध हैं. भारत अपने पड़ोसी श्रीलंका को सबसे ज्यादा तरजीह देता है.