जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा की गुरुवार की कार्यवाही में जमकर हंगामा देखने को मिला जबकि शाम को विपक्षी गठबंधन का अविश्वास प्रस्ताव आखिरकार गिर गया है। इस तरह से एक बार फिर मोदी सरकार की जीत हुई है।
वहीं अविश्वास प्रस्ताव पर जब चर्चा शुरू हुई तो जमकर हंगामा देखने को मिला और पीएम मोदी ने विपक्षी इंडिया गठबंधन को घमंडिया गठबंधन करार दिया है।
वहीं उन्होंने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है। वहीं अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा से सस्पेंड कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने पीएम मोदी पर टिप्पणी की थी। इसके साथ ही अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार से चर्चा शुरू हुई थी। तीन दिन बाद आज ये खत्म हुई। मोदी ने मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि देश भरोसा रखे, मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा।
मोदी ने कहा कि विपक्ष के साथियों की एक बात के लिए तारीफ करना चाहता हूं. वैसे वो सदन के नेता को नेता नहीं मानते। लेकिन मैं उनकी एक बात के लिए उनकी तारीफ करूंगा. सदन के नेता के नाते मैंने उनको एक काम दिया था।मैंने कहा था कि 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लेके आओ. वो लोग लेकर आए. मेरी बात मानी उन्होंने. लेकिन मुझे दुख इस बात का है कि उनको पांच साल मिले। थोड़ा अच्छा करते।
#WATCH | No Confidence Motion defeated in the Lok Sabha through voice vote. https://t.co/hRwQT75Z6n pic.twitter.com/SfPOzCEFNO
— ANI (@ANI) August 10, 2023
थोड़ी तैयारी करते. ना मुद्दे खोज पाए. देश को इन्होंने निराश किया है। 2028 में फिर कोशिश कीजिएगा. जब 2028 में प्रस्ताव लेके आएं तो तैयारी करके आना। ऐसे घिसी-पिटी बातें लेकर मत आना, देश को लगे कि कम से कम आप विपक्ष के योग्य हो, आपने वो योग्यता भी खो दी।
मोदी ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को बताना चाहिए कि कच्चतीवु क्या है। DMK वाले, उनके सीएम मुझे पत्र लिखकर कहते हैं कि कच्चतीवु वापस ले आएं। तमिलनाडु से आगे, श्रीलंका से पहले एक तापू किसने दूसरे देश को दिया था। क्या वो भारत माता, मां भारती का अंग नहीं था. ये इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुआ था।