जुबिली न्यूज डेस्क
15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीन और भारत की सेना के बीच हुई हिंसक झड़प में 76 जवान जख्मी भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि सभी जवान खतरे से बाहर हैं। बता दें कि इस खूनी संघर्ष में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए हैं।
18 जवान लेह के आर्मी हॉस्पिटल में हैं, जो 15 दिन में ड्यूटी के लिए तैयार हो जाएंगे। वहीं 58 जवानों को दूसरे अस्पतालों में एडमिट कराया गया है, जिन्हें हल्की चोटें आईं हैं, जो एक हफ्ते में फिर से तैनाती के लिए तैयार हो जाएंगे।
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इससे पहले इंडियन आर्मी ने जवानों के लापता होने से जुड़ी रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज कर दिया था। इंडियन आर्मी ने कहा, “न्यू यॉर्क टाइम्स में 17 जून को ‘In China-India Clash, Two Nationalist Leaders with Little Room to Give’ नाम के आर्टिकल के संबंध में ये स्पष्ट करना चाहते हैं कि कोई भी भारतीय सैनिक लापता नहीं है। ” न्यू यॉर्क टाइम्स के अलावा कुछ और मीडिया रिपोर्ट्स में भी ऐसी खबरें थी।
दूसरी ओर चीन से जारी विवाद के बीच अब कुछ सैटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें चीन उत्तर पूर्वी लद्दाख में गलवान नदी के बहाव को प्रभावित करने की कोशिश करता दिखाई दे रहा है।
बताया जाता है कि चीन के बुलडोजर दिन रात इसी काम में लगे हुए हैं। चीन जिस जगह पर गलवान नदी का बहाव बदलने की कोशिश कर रहा है वह हिंसक झड़प वाले इलाके से महज चंद मीटर की दूरी पर है।
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Planet Lab Inc की ओर से जारी की गई तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि चीन के बुलडोजर वास्तविक नियंत्रण रेखा में लगातार काम कर रहे हैं। इन बुलडोजर के इस्तेमाल से नदी के बहाव में तेजी से असर देखा जा रहा है।
सैटेलाइट तस्वीरों में गलवान नदी के किनारे चीन ने काफी सारे ट्रक, सैन्य परिवहन और बुलडोजर दिखाई दे रहे हैं। यहां तक कि चीनी वाहन नियंत्रण रेखा के 5 किलोमीटर से अधिक के दायरे में रखे दिखाई दे रहे हैं।