न्यूज डेस्क
पिछले एक महीने से भारत और चीन के बीच सीमा रेखा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हालांकि दोनों देशों के बीच लगातार बातचीत जारी है। इसके बावजूद भी भारत किसी भी प्रकार की कोई ढील नहीं करना चाह रहा है। इसीलिए वो हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। साथ ही भारत ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास भारत से हवाई पट्टी का निर्माण को तेज कर दिया है।
दरअसल अनंतनाग के पास NH-44 पर इमरजेंसी हवाई पट्टी का निर्माण किया जा रहा है। ऐसा इसलिए कि किसी भी इमरजेंसी में लड़ाकू विमानों या अन्य विमानों को वहां पर आसानी से उतारा जा सके।
बता दें कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीन ने कई तरह का निर्माण किया है। साथ ही कई तरह के हथियारों की सप्लाई को भी बढ़ाया है।
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इस तरह की स्थिति को देखते हुए भारत की ओर से भी करीब 60 बोफोर्स आर्टिलरी गन को लद्दाख के पास फॉरवर्ड पॉजिशन पर भेजा गया है। फ़िलहाल भारतीय सेना की और से बताया गया कि कि वह चीन के साथ इस विवाद को सुलझाना चाहते हैं, लेकिन हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
भारतीय वायुसेना कर रही हवाई पट्टी का निर्माण
एक महीने से बढ़ रहे विवाद के बीच भारतीय वायुसेना द्वारा दो दिन पहले ही दक्षिण कश्मीर के बिज्बेहरा इलाके के पास NH-44 पर हवाई पट्टी बनाई जा रही है जिसकी लम्बाई करीब तीन किलोमीटर है। हालांकि लॉकडाउन जारी है, लेकिन इस निर्माण से जुड़ी सभी परमिशन को जिला प्रशासन ने तुरंत जारी कर दिया।
फ़िलहाल दोनों देशों के बीच तनाव को लेकर बातचीत शुरू हुई है और हाल ही में पहले चरण की बातचीत संपन्न हुई है। बताया जा रहा है कि इसके बाद से चीनी सेना दो किमी. तक बॉर्डर पर पीछे हट गई है। दूसरी वार्ता 6 जून को होनी है इसके मद्देनजर हुई इस बातचीत को देखते हुए ये अच्छे संकेत हैं।