जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत और चीन के बीच एक बार फिर तनाव देखने को मिल रहा है। दोनों देशों के बीच एक बार फिर झड़प की खबर आ रही है। इस वजह से एक बार फिर दोनों देशों के बीच जुब़ानी जंग भी तेज हो गई है। इस बार ताजा मामला है तवांग में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प का।
जहां पर भारतीय सेना ने चीन को करारा जवाब देते हुए चीन को वहां से खदेड़ दिया है। अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारतीय और चीनी सैनिकों की 9 दिसंबर को झड़प होने की बात सामने आ रही है। इसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए।
वहीं, भारतीय सेना ने सोमवार (12 दिसंबर) को इस मामले की जानकारी दी है। भारतीय थलसेना ने एक बयान में बताया गया कि, पीएलए (चीन की सेना) के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी पर नौ दिसंबर को झड़प हुई. हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों का दृढ़ता से सामना किया। उधर इस पूरे मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोपहर 12 बजे लोकसभा में चीन के साथ झड़प मामले पर बयान देंगे. वहीं, दोपहर 2 बजे राज्यसभा में इस मामले पर बात करेंगे।चीन से झड़प मामले पर कांग्रेस, राजद, टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने संसद के दोनों सदनों में चर्चा के लिए नोटिस दिया है।
इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें आई हैं। ये कोई पहला मामला नहीं है जब इस तरह की घटना हुई है। इससे पहले कई बार चीनी सैनिकों ने भारत में घुसपैठ करने की कोशिश की है और दोनों के बीच जमकर विवाद देखने को मिला है।
इससे पहले 1962, 1967, 1975, 2020 और अब 2022 में एक बार फिर एलएसी पर भारतीय और चीनी सेना के बीच हिंसक टकराव हुआ है।
गालवान घाटी में तनाव
मालूम हो कि मई 2020 में गालवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई हिंसक मुठभेड़ के बाद से ही भारत और चीन के बीच इस इलाके् में गतिरोध बना हुआ है।
गलवान में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे, तब से लेकर अब तक दोनों पक्षों के 50,000 से अधिक सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में तैनात किया गया है।
भारत और चीन के बीच साल 2020 से एलएसी पर तनाव बना हुआ है। राजनायिक स्तर पर कई बार बातचीत के बाद भी यह तनाब खत्म नहीं हुआ। इतना ही नहीं कई बार भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की भी खबरें आ चुकी हैं।
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