न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। भारतीय कंपनी ओयो भारत और चीन के बाद अब अमेरिका में भी तेजी से कारोबार करने के मूड में है। सॉफ्टबैंक के विजन फंड द्वारा समर्थित ओयो होटल्स एंड होम्स को लगता है कि उसका भारत और चीन में तेजी से विकास करने का फॉर्मूला अमेरिका में भी काम कर सकता है।
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग के अनुसार, ओयो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितेश अग्रवाल ने एक इंटरव्यू में घोषणा की है कि कंपनी अमेरिका में 300 मिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी इस पैसे का उपयोग प्रोद्योगिकी, डिजाइन और ऑपरेटिंग टीमों के निर्माण व प्रॉपर्टीज के रिनोवेशन के लिए करेगी।
गौरतलब है कि ओयो ने इस साल की शुरुआत में अपना पहला अमेरिकी होटल खोला था और अब हर दिन नया होटल जोड़ रहा है। ओयो का लक्ष्य है कि वह इस साल के अंत तक अमेरिका में अपने कारोबार को पांच गुना अधिक बढ़ा दे।
रितेश ने कहा, ‘हम एक अच्छे उत्पाद के निर्माण और उपभोक्ता के लिए बहुत प्रभावी ढंग से मूल्य निर्धारण करने पर बहुत ध्यान केंद्रित करते हैं। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारा लक्ष्य तेजी से काम करने की बजाय सही तरीके से काम करना हो। अगर इससे एक दिन में पांच होटल्स की बजाय तीन भी जुड़ें तो कोई परवाह नहीं।’
ओयो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितेश अग्रवाल ने जब यह देखा कि भारत में किफायती और अच्छे होटल्स की कमी है, तो उनके दिमाग में इसका आइडिया आया। इस समय ओयो दुनिया का छठा सबसे बड़ी आवास प्रदाता है। कंपनी 8,50,000 से अधिक कमरों के साथ 23,000 से अधिक प्रॉपर्टीज का संचालन कर रही है।
ओयो की ग्रोथ ने पिछले साल एक बिलियन डॉलर की फंडिग के साथ बहुत सी उद्यम पूंजी को अपनी ओर आकर्षित किया है। यह पूंजी कंपनी को Soft Bank, Sequoia Capital और Light speed Ventures जैसे निवेशकों से मिली है।