जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव का पहले चरण का मतदान हो गया है। अगले छह चरण बचे हुए है। ऐसे में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। मोदी लगातार रैलियां कर रहे हैं तो इंडिया गठबंधन भी लगातार जनता के बीच जा रहा है। इस बीच इंडिया गठबंधन आने वाले दिनों में साझा घोषणा पत्र जारी करने की तैयारी है।
कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी इस कांगे्रस से इस मसले पर बात की थी और सलाह दी थी कि इंडिया गठबंधन को साझा घोषणा पत्र जारी करना चाहिए।बता दे संजय सिंह ने मल्लिकार्जुन खडग़े से लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के लिए एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम लाने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का समर्थन उनको हर मुददों पर मिलता रहा है।
इस घोषणा पत्र में 7 बड़े वादे होंगे। इंडिया गठबंधन नेताओं के अनुसार इंडिया गठबंधन सामूहिक रूप से युवा, महिला, किसान, गरीब समेत 7 वर्गों के लिए 7 सूत्रीय वादों की घोषणा करेगा। इस सात सूत्री वादों में इंडिया अलायंस के सभी दलों के मैनिफेस्टो के अहम वादों को शामिल किया गया है।
इसमें 30 लाख रिक्त पद भर्ती, जातीय जनगणना और आरक्षण की सीमा में बढ़ोतरी, एमएसपी गारंटी समेत जैसी अहम चीजों को जगह दी जायेगी।
इसमें सबसे अहम चीजे है स्टूडेंट लोन की माफी। इसे कांग्रेस मैनिफेस्टो में शामिल किया गया है और सभी दल इसे काफी अच्छा बता रहे हैं और कहना है कि ये युवाओं के लिए गेम चेंजर साबित होगा। दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस नहीं चाहती है कि जातिगत जनगणना को 7 सूत्री वादों (साझा मैनिफेस्टो) में शामिल किया जाए।
- सबको 200 यूनिट बिजली फ्री।
- छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए एक मुश्त 50 हजार रुपये।
- राज्यवार ओपीएस योजना लागू करेंगे।
- सभी बीपीएल परिवार को राशन उनके डोर स्टेप पर मुफ्त मुहैया करवाया जाएगा।
- गरीब परिवारों को साल में 6 सिलेंडर मुफ्त दिये जाएंगे।
ऐसे कुछ चीजों में ममता बनर्जी की टीएमसी में एक राय नहीं हो पा रही है। इसके बावजूद जल्द इंडिया गठबंधन इसको लेकर बड़ा ऐलान कर सकता है और एक से दो दिन में घोषणा पत्र जारी हो सकता है।