जुबिली स्पेशल डेस्क
सेंचुरियन टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। उछाल भरी पिच पर भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका की पेस बैटरी के आगे बेहद कमजोर नजर आई। पहली पारी में किसी तहर से टीम इंडिया 245 रन पहुंचने में कामयाब रही क्योंकि केएल राहुल ने शतक जड़ा था लेकिन दूसरी पारी में वो सिर्फ 131 रन ही बना सकी।
इस तरह से रोहित शर्मा की नई टीम को पारी 32 रन से हार झेलनी पड़ी। हालांकि दूसरी पारी में भारतीय टीम की तरफ से विराट कोहली ने कड़ा संघर्ष और 131 रन में से अकेले उन्होंने 76 रन की पारी खेली लेकिन अन्य बल्लेबाजों ने उनका साथ नहीं दिया। कोहली ने 12 चौके और एक सिक्स की मदद से 82 गेंदों पर 76 रन बनाए. कोहली के अलावा शुभमन गिल ही दोहरे अंकों में पहुंच पाए। साउथ अफ्रीका की ओर से नांद्रे बर्गर ने चार और मार्को जानसेन ने तीन विकेट लिए।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने पहली पारी में इसी पिच पर 408 रन बनाकर टीम इंडिया पर दबाव बना डाला था। जिस पिच पर भारतीय गेंदबाज बेअसर नजर आए उसी पिच पर दक्षिण अफ्रीका की पेस बैटरी ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को आसानी से काबू कर लिया। भारतीय टीम के हार कारण क्या रहा तो अगर देखा जाए तो मध्यक्रम पूरी तरह से कमजोर रहा जबकि शमी के न होने से गेंदबाजी भी एकदम बेअसर नजर आ रही है।
बैटिंग ऑर्डर में रहाणे और पुजारा की कमी साफ खलती हुई नजर आई। दोनों ही बल्लेबाजों को टीम से बाहर रखा गया है और उनके स्थान पर श्रेयस अय्यर और गिल को मौका दिया गया।
ये सच है कि श्रेयस अय्यर और गिल वन डे क्रिकेट के बेजोड़ खिलाड़ी लेकिन अभी टेस्ट क्रिकेट के लिए उनको खुद को तैयार करने में समय लग सकता है।
अगर इस टेस्ट में पुजारा और रहाणे होते तो शायद टेस्ट का परिणाम भी दूसरा रहता। वहीं गेंदबाजी में मोहम्मद शमी के न होने से बुमराह पर पूरा दारोमदार था लेकिन उन्होंने निराश किया जबकि जडेजा की कमी खली है। कुल मिलाकर दो मैचों की सीरीज में पहला मैच भारत के हाथ से निकल गया है और अब दूसरे टेस्ट अगर नहीं जीता तो सीरीज भी हाथ से निकल जायेगी।