जुबिली स्पेशल डेस्क
यूपी की राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम पर छह अक्टूबर को पहला वन डे मुकाबला खेला जायेगा। इकाना स्टेडियम पर इस मैच की तैयारी पूरी कर ली गई है। लेकिन यहां पर बारिश का साया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज भी बारिश हो सकती है।
ऐसे में दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला खेला जाएगा या नहीं, इसपर फैन्स की नज़रें टिकी हुई हैं। फैन्स के लिए लखनऊ का मौसम कुछ अच्छी खबर नहीं ला रहा है। मौसम विभाग लखनऊ में आज और कल बादल छाना शुरू हो जाएंगे।
बारिश का अनुमान है। ऐसे में हमें देखने को मिल सकता है कि लखनऊ में मौसम की वजह से मैच रद्द हो या फिर कम ओवर का मुकाबला खेला जाए। जिस तरह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में हमें देखने को मिला था।
लेकिन इस मुकाबले से पहले लखनऊ में खूब बारिश हुई है। इसी वजह से भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला वनडे मैच देर से शुरू होगा। बीसीसीआई ने इस बात की जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर पर दे दी है।
बीसीसीआई अपडेट: वहीं इकाना से मिली जानकारी के अनुसार एक बार फिर बारिश शुरू हो गई है। इस वजह से फौरन मैदान पर कवर्स लगा दिया गया है। हालांकि फ्लड लाइट्स को आन कर दिया गया है लेकिन बारिश खेल बिगाड़ रही है। वहीं मैच अधिकारियों के अनुसार 2.30 बजे टॉस होने वाली थी, जिसमें अब देरी होगी।
https://twitter.com/BCCI/status/1577948064089636864?s=20&t=9YHQzn4TzCNeQFfcIv7JRg
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भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन
शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन, संजू सैमसन, राहुल त्रिपाठी, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर, कुलदीप यादव, रवि बिश्नोई और मोहम्मद सिराज
साउथ अफ्रीका की संभावित प्लेइंग इलेवन
क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), जानेमन मलान, तेम्बा बावुमा (कप्तान), एडेन मार्कराम, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, एंडिले फेहलुकवायो, केशव महाराज, मार्को जेनसेन, लुंगी एनगिडी और कैगिसो रबाडा
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उधर मौसम विभाग की माने तो 5 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। राजधानी लखनऊ के अलावा कानपुर, गोरखपुर में झमाझम बारिश हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक, यूपी में अगले 4 दिनों तक बारिश जारी रह सकती है। स्काईमेट एजेंसी के अनुसार एक कम दबाव का क्षेत्र अब आंध्र प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा आंध्र प्रदेश के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र से जुड़े अन्य चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से पूरे उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश तक फैली हुई है।