हेल्थ डेस्क
बहुत से लोगों को लगता है कि हृदय रोग बुजुर्गों में होने वाली बीमारी है लेकिन अब तो 30-35 साल के लोग भी हार्ट अटैक से मर रहे हैं।
एक सर्वे के अनुसार भारत में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है जिसमें 40%अकेले 35साल से कम के युवा हैं।
अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला की 40वर्ष में हार्ट अटैक से हुई मौत ने बता दिया है कि हार्ट अटैक किसी को भी, कभी भी पड़ सकता है।
हार्ट अटैक अचानक ही होता है लेकिन हार्ट अटैक से पहले ही हमारा शरीर हमें संकेत देने लगता है कि शरीर के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है, हमें ध्यान देने की जरूरत है।
यह भी पढ़े : ओवल टेस्ट में भारत की जबरदस्त वापसी
यह भी पढ़े : वैक्सीनेशन के दौर में बूस्टर डोज़ को लेकर दुनिया में हलचल बढ़ी
लेकिन जानकारी के अभाव में हम शरीर के इन संकेतों को अनदेखा कर देते हैं और यही लापरवाही बाद में हम पर भारी पड़ती है और कई लोग जान तक गंवा बैठते हैं। ऐसे में आपको जानना आवश्यक हो गया है कि आपका हार्ट कितना हेल्दी है।
* ज्यादातर हार्ट अटैक सुबह के समय आते हैं. 4 बजे से 10 बजे के भीतर।
* सर्दियों के मौसम में भी हार्ट अटैक ज्यादा होते हैं।
युवाओं में सोमवार और उसके बाद शनिवार, सप्ताह के वो दिन हैं जब हार्ट अटैक सबसे ज्यादा होते हैं।लेकिन इसकी वज़ह हम नहीं जानते।
पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए दिल का दौरा ज्यादा घातक है। महिलाओं में पहली बार दिल का दौरा पडऩे के बाद एक साल के भीतर मौत होने की आशंका रहती है।
यह भी पढ़े : टोक्यो पैरालंपिक के आखिरी दिन को कृष्णा ने बनाया खास, बैडमिंटन में जीता सोना
यह भी पढ़े : केरल में नई मुसीबत, निपाह वायरस से 12 साल के बच्चे की मौत से हड़कंप
अगर आपको जरुरत से ज्यादा थकान महसूस हो रहीं है तो, तो ये साइलेंट हार्ट अटैक का सबसे बड़ा संकेत है। अगर आप घर में छोटे मोटे काम करते समय सीढ़ियां चढ़ते वक्त, पैदल चलते वक्त जल्दी थक जाते है तो आपको सावधान होने की जरुरत है। और अगर इसके लक्षण (Symptoms) को सही समय पर पहचान कर हम जान बचा सकते हैं।
हार्ट अटैक और साइलेंट हार्ट अटैक के खतरों और उनसे बचाव के बारें में जुबली पोस्ट के हेल्थ शो जुबली हेल्थ लाइव विद् ओमदत्त में अपोलो हॉस्पिटल जुबली हिल्स हैदराबाद के सीनियर हृदय रोग विशेषज्ञ डा मनोज कुमार अग्रवाल से प्रश्न करेंगे जुबली पोस्ट के सीनियर एसोसियेट एडीटर ओमदत्त।