जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. तालिबान ने अफगानिस्तान छोड़कर जा रहे अफगानियों को रोकने के पुख्ता इंतजाम किये हैं वहीं मस्जिदों में नमाज़ पढ़ाने वाले इमामों को आदेश दिया है कि वह जुमे की नमाज़ में लोगों को समझाएं कि वह सरकार के हुक्म की तामील करें.
जुमे की नमाज़ पढ़ने आये अफगानी इमामों की बात मानेंगे या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन राजधानी काबुल में हुए शक्तिशाली बम धमाके में 100 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद पूरे अफगानिस्तान में ज़बरदस्त डर का माहौल है.
बताया जाता है कि एक आतंकी ने हवाई अड्डे के पास भीड़ के बीच जाकर खुद को उड़ा लिया था. इस धमाके में बड़ी संख्या में अमरीकी नागरिकों की मौत भी हुई थी. अमरीकी नागरिकों की मौत से नाराज़ अमरीका ने अपने नागरिकों की मौत का बदला लेने का एलान किया है. यही वजह है कि अफगानी वक्त रहते देश छोड़कर भागना चाहते हैं. वह जानते हैं कि एक बार वह तालिबान से बच भी जाएं तो अमरीकी हमले में नहीं बच सकते हैं.
तालिबान ने इमामों से कहा है कि वह अफगानिस्तान के नागरिकों को समझाएं कि वह देश छोड़ने के बजाय देश की तरक्की के लिए काम करें. एक तरफ तालिबान ने इमामों को जुमे की नमाज़ में इस आदेश को प्रसारित करने का आदेश दिया है तो दूसरी तरफ अफगानियों को भी धमकाया है कि कोई भी जुमे की नमाज़ छोड़कर भागेगा नहीं.
यह भी पढ़ें : इस गंभीर आरोप में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : हुकूमत में बदलते आतंकी
यह भी पढ़ें : लम्बे अरसे बाद लगा अमीनाबाद में साप्ताहिक बाज़ार
यह भी पढ़ें : अपने प्रोजेक्ट को इस तरह से प्रमोट करेंगे सीएम योगी
तालिबान ने गुरु तेग बहादुर की 400 वीं जयन्ती पर अफगानिस्तान से भारत आने वाले सिक्ख श्रद्धालुओं को भी भारत आने की अनुमति नहीं दी है. इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह ने बताया कि भारत में रविवार को होने वाले कीर्तन दरबार में अफगानिस्तान से आने वाले 140 श्रद्धालुओं को जहाज़ में सवार होना था लेकिन तालिबान ने इसकी इजाजत नहीं दी है.