लोकसभा चुनाव 2019 में शुरू हुआ पश्चिम बंगाल का सियासी संग्राम ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा। उत्तर परगना के भाटपारा शहर में स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। बीजेपी लगातार भाटपारा हिंसा पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के प्रयास में लगी है ।
टीएमसी और बीजेपी एक-दूसरे के खिलाफ हिंसा भड़काने के आरोप लगा रहे हैं। ममता बनर्जी आरोप लगाती रही हैं कि बीजेपी हिंसा भड़का रही है। वहीं बीजेपी दावा कर रही है कि टीएमसी कैडर लगातार बीजेपी समर्थकों को निशाना बना रहा है।
आज यानि शनिवार को कोलकाता में भाटपारा हिंसा के विरोध में तीन सांसदों का दल पहुंचेगा। सांसद एसएस अहलूवालिया के नेतृत्व में एक टीम शनिवार को कोलकाता पहुंच रही है। उनके साथ सांसद सत्यपाल सिंह और बी डी राम भी होंगे। सांसद टीएमसी सरकार के खिलाफ मार्च करेंगे।
बतादें भाटपारा के नए पुलिस स्टेशन के पास तृणमूल कांग्रेस(टीएमसी) और बीजेपी समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों हुई थी। इस दौरान दोनों पक्षों में कथित तौर पर न केवल बमबाजी बल्कि गोलियां भी चलाई गई थीं। इस हिंसक झड़प में दो लोगों की मौत हो गई थी।
जिसके बाद भाटपारा हिंसा के खिलाफ कोलकाता की सड़कों पर शुक्रवार को बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान बीजेपी समर्थकों ने न केवल पश्चिम बंगाल को बचाने की गुहार लगाई बल्कि ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
उत्तर 24 परगना के प्रभावित इलाकों में तनाव को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई थी। इसके बावजूद बीजेपी ने विरोध मार्च निकाला।
वहीं भाटपारा हिंसा के बाद चौंकाने वाले सीसीटीवी फुजेट आए हैं। सीसीटीवी फुजेट में साफ़ देखा जा सकता है कि हिंसा फैलाने वालों ने अपना गुनाह छिपाने के लिए इस इलाके के सीसीटीवी कैमरों में तोड़-फोड़ कर रहे है ।