Tuesday - 29 October 2024 - 11:51 AM

पिछले चुनाव में इस बाहुबली के अपराधों को आरजेडी ने बनाया था मुद्दा और इस बार दिया टिकट

जुबिली न्यूज डेस्क

राजनीतिक दलों का दोहरा चरित्र चुनाव में खूब देखने को मिलता है। चुनाव से पहले तक राजनीतिक पार्टियां नीति, चरित्र की बातें करती हैं लेकिन जब चुनाव आता है तो पार्टी के सारे मूल्य खत्म हो जाते हैं। उस समय उन्हें सिर्फ ये दिखाई देता है कि कौन उम्मीदवार जीत उनकी झोली में डाल सकता है। इसके लिए उन्हें बाहुबलियों से भी परहेज नहीं होता।

ऐसा ही बिहार में लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने किया है। आरजेडी ने बाहुबली नेता अनंत सिंह को टिकट दिया है। यह वही अनंत सिंह हैं जिनके खिलाफ आरजेडी ने 2015 के चुनाव में उनके अपराध को मुद्दा बनाया था।

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बिहार में विधानसभा का चुनावी बिगुल बज चुका है और पार्टियां उम्मीदवारों को लेकर मंथन कर रही है। पहले चरण के लिए तो उम्मीदवारों की घोषणा अधिकांश पार्टियों ने कर दिया है।

एके-47 और ग्रेनेड मामले में पटना की बेऊर जेल में बंद अनंत सिंह को राष्ट्रीय जनता दल ने टिकट दिया है। वह आज यानी बुधवार को मोकामा विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन भरेंगे।

एमपीएमएलए कोर्ट के स्पेशल जज विपुल सिन्हा ने उन्हें नामांकन दाखिल करने की अनुमति दे दी है। मोकामा से निर्दलीय विधायक और छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह लगातार चुनाव जीतते आए हैं।

बाहुबली नेता अनंत सिंह ने 2015 में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़े और जीत दर्ज की थी। तब भी वो जेल में ही थे और उनके अपराधों को आरजेडी ने मुद्दा बनाया था।

लालू ने खोला था मोर्चा

2015 विधानसभा चुनाव के दौरान बाढ़ में एक हत्या हुई थी और परिजनों ने इसके लिए अनंत सिंह को जिम्मेदार ठहराया था। उस समय अनंत सिंह जेडीयू में थे और लालू यादव के साथ जेडीयू का गठबंधन था।

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चूंकि मृतक यादव जाति का था इसलिए आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने ही अनंत सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। चुनाव से पहले ही उनकी गिरफ्तारी हो गई थी। उसके बाद से ही वो जेल में हैं। इसके बाद उन्हें जेडीयू से बाहर होना पड़ा।

अनंत के घर से हुई थी एके-47 की बरामदी

अनंत सिंह के घर से 2020 में एके-47 की बरामदी भी हुई थी। उस मामले की अभी भी जांच चल रही है।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने दिसंबर 2018 में जिस बाहुबली नेता को बैड एलिमेंट बताया था आज उसी को टिकट देकर सम्मानित बता रही है।

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पिछले दिनों कोर्ट में अनंत सिंह ने अपनी पेशी के दौरान मीडिया से कहा था कि वो इस बार आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की दिशा में काम करेंगे।

मालूम हो कि महागठबंधन में आरजेडी के हिस्से में 144 सीटें और कांग्रेस को 70 सीटें मिली है। भाकपा (माले) को 19, माकपा को 4 और भाकपा को 6 सीटें दी गई हैं। बिहार में पहले फेज में 71 सीटों पर चुनाव है।

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