लखनऊ: पिछले 5 वर्षो में प्रदेश की 60 मृतप्राय नदियों को जिन्दा किया गया , यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही | वे आज स्थानीय लोकभवन के सभागार में भूजल सप्ताह के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे |मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 जुलाई से 22 जुलाई तक प्रदेश में भूजल सप्ताह का आयोजन किया गया | इस दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में जल संरक्षण,जल संवर्धन एवं जल शिक्षण के कार्यों का आयोजन किया गया |इस दौरान भूजल के भंडारों को सुरक्षित रखने के लिए लोगो को जागरूक किया गया | इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगो को आगाह करते हुए कहा कि इस दुनिया में जल का संकट बढ़ता जा रहा है , जल हमें प्रकृति से मिला एक ऐसा उपहार है जिसके बिना मानव जीवन की कल्पना नही की जा सकती | उन्होंने कहा कि जल की बर्बादी न करें,पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करें |
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 5 वर्षों में कई जिलों के अति दोहित इलाकों को पानीदार बनाने का काम किया गया है | जिससे वे विकासखंड डार्क जोन से निकलकर सामान्य श्रेणी में आते जा रहे हैं उन्होंने कहा कि सरकार ने यह कानून बनाया है कि जितने भी नए मकान ,सरकारी कार्यालय या कालोनियां बनेगी उन्हें रूफ वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था के साथ ही बनाया जाये | उन्होने कहा कि केवल सरकार ही नहीं बल्कि समाज भी मिलकर यदि वर्षा के जल को संगृहीत करने की कोशिश करेगा तो प्रदेश में लोगो को न पेयजल की समस्या होगी न किसानों को सिंचाई के लिए परेशान होना पड़ेगा | उन्होंने कहा कि आजादी के 75 में देश जो अमृत महोत्सव मन रहा है उसमे उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में 75 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य लिया है , उसमे से कुछ जिलों में अमृत सरोवर बनने का काम तेजी से शुरू भी हो गया है |
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय की ओर से अटल भूजल योजना से आच्छादित 10 जिलों में प्रचार रथ भेजे गये हैं जो गाँव गाँव जाकर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक कर रहे हैं | उन्होंने नारा दिया कि खेत पर मेड,मेड पर पेड़,
घर का पानी घर में खेत का पानी खेत में |
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं जल आपूर्ति अनुराग श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण किया | कार्यक्रम में विशेष रूप से जल शक्ति मंत्री रामकेश निषाद ,उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र विशेष रूप से उपस्थित रहे | इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के जल संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 जल प्रहरियों का सम्मान किया किया गया , जिसमे विशेष तौर से डॉ संजय सिंह रामवीर समर , डॉ वेंकटेश , उमाशंकर पाण्डेय ,शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव , फारूख रहमान , अर्जित त्रिपाठी , कमलकान्त त्यागी , बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल आदि को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पात्र देकर सम्मानित किया गया | कार्यक्रम में आये अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन बी के उपाध्याय, निदेशक भूगर्भ विभाग ने किया |कार्यक्रम का संचालन डॉ अलका निवेदन ने किया |