जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. बढ़ती महंगाई के दौर में चुनाव भी खर्चीले हुए हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरने वालों को कानूनी रूप से 40 लाख रुपये तक खर्च करने की अनुमति दी गई है. ज़ाहिर सी बात है कि जो व्यक्ति चुनाव लड़ने में ही 40-50 लाख रुपये खर्च कर देता है वह करोड़पति तो होगा ही.
सभी राजनीतिक दलों ने ऐसे प्रत्याशियों पर भरोसा किया है जो अपने चुनाव प्रचार में पानी की तरह से पैसा बहा सकें. मौजूदा दौर के धनबल आधारित चुनाव में कोई भी राजनीतिक दल ऐसे व्यक्ति को टिकट नहीं देना चाहता है जिसके पास करोड़ों की सम्पत्ति न हो.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दो चरण निबट चुके हैं. तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होने जा रहा है. आज हम चौथे चरण के चुनाव में विभिन्न दलों के उन उम्मीदवारों की बात करेंगे जिन्होंने अपने शपथपत्रों में अपने करोड़पति होने की जानकारी दी है.
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और एसोसियेशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (ADR) ने सभी उम्मीदवारों के शपथपत्रों का अध्ययन किया है. इस अध्ययन में पता चला है कि चौथे चरण की 59 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाने उतरे 621 उम्मीदवारों में से 231 उम्मीदवार करोड़पति हैं. मतलब चौथे चरण में 37 फीसदी उम्मीदवारों के पास अकूत धन सम्पदा है.
करोड़पति उम्मीदवारों की दलवार बात करें तो बीजेपी के 57 में से 50 उम्मीदवार करोड़पति हैं. यानि बीजेपी ने 88 फीसदी करोड़पति उम्मीदवारों पर भरोसा किया है. समाजवादी पार्टी के 57 में से 48 उम्मीदवार करोड़पति हैं. समाजवादी पार्टी के 84 फीसदी उम्मीवार करोड़पति हैं. बीजेपी और समाजवादी पार्टी के करोड़पति उम्मीदवारों में सिर्फ चार फीसदी का फासला है.
बहुजन समाज पार्टी के 59 में से 44 उम्मीदवार करोड़पति हैं. मतलब बीएसपी के 75 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. कांग्रेस के 58 में से 28 उम्मीदवार यानि 48 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं. जबकि आम आदमी पार्टी के 45 में से 16 उम्मीदवार यानि 36 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं.
सबसे ज्यादा सम्पत्ति घोषित करने वाले शीर्ष तीन उम्मीदवारों में से पहले स्थान पर आम आदमी पार्टी के लखनऊ से लखनऊ पश्चिम विधानसभा से उम्मीदवार राजीव बक्शी हैं. उन्होंने अपनी संपत्ति 56 करोड़ बतायी है. दूसरे स्थान पर जनपद सीतापुर के महोली विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के अनूप कुमार गुप्ता हैं. जिनकी संपत्ति 52 करोड़ है. वहीं तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के हरदोई विधानसभा सीट से शोभित पाठक हैं. जिन्होंने अपनी सम्पत्ति 34 करोड़ रुपये बतायी है.
राजनीति में ऐसे लोगों की वकालत की जाती है जो आम आदमी का दर्द समझने की ताकत रखता हो. यह माना जाता है कि राजनीति तब साफ़-सुथरी हो सकती है जब आम आदमी का प्रतिनिधि भूख का मतलब समझता हो. लगातार महंगा होता चुनाव और एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में चुनावों पर होती धनवर्षा में आम आदमी तो नज़र भी नहीं आता है.
करोड़पति को टिकट मिलता है और करोड़पति जीत भी जाता है यही वजह है कि आम आदमी अपने मूल स्थान पर ही पड़ा न्याय का इंतज़ार करता रह जाता है और नये चुनाव का शंखनाद हो जाता है.
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