जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के जिन जिलों में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान अफसरों की लापरवाही के चलते सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की घटनाएं हुई हैं, उन पर जल्द बड़ा एक्शन लिया जा सकता है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बहराइच समेत आधा दर्जन से अधिक जिलों में हुई घटनाओं को लेकर संबंधित एडीजी जोन से बुधवार रात तक रिपोर्ट देने के लिए कहा था। बताया जा रहा है कि गोरखरपुर, वाराणसी और प्रयागराज जोन के एडीजी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बहराइच में सीओ महसी रूपेंद्र कुमार गौड को सस्पेंड करने के बाद कुछ अन्य अफसर भी जांच के दायरे में हैं। कौशांबी, देवरिया, कुशीनगर, गोंडा, बलरामपुर आदि जिलों में हुई घटनाओं की रिपोर्ट का गहनता से अध्ययन कर लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया जा रहा है।
बहराइच में एडीजी को भेजना पड़ा
बता दें कि बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार और आईजी रेंज देवीपाटन अमरेंद्र प्रताप सिंह को भेजा गया था। इसके बावजूद हालात काबू में नहीं आने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने एडीजी लॉ एंड आर्डर अमिताभ यश को बहराइच भेजा। तब जाकर उपद्रवियों पर काबू पाया जा सका।
अधिकतर घटनाएं गोरखपुर जोन में हुई हैं, जिसकी वजह से कई अफसर जांच के दायरे में हैं। इसी तरह कौशांबी में एडीजी जोन प्रयागराज भानु भास्कर को मौके पर जाकर मोर्चा संभालना पड़ा था। अचानक कई जिलों में हुए बवाल के बाद डीजीपी ने सभी जिलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। साथ ही, सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखने को कहा है। गौरतलब है कि बहराइच हिंसा में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है।