जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी की मौत के मामले में उनके शिष्य महंत आनंद गिरी, हनुमान मन्दिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उनके पुत्र संदीप तिवारी की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. सीबीआई की अब तक की पूछताछ से निकले निष्कर्ष को देखते हुए आगे की जांच को जारी रखने के लिए अदालत ने तीनों की न्यायिक हिरासत 14 दिन के लिए बढ़ा दी है.
सीबीआई को महंत नरेन्द्र गिरी की मौत के मामले में कई अहम सबूत हाथ लगे हैं. इन सबूतों की रौशनी में आरोपितों को सज़ा मिल सकती है. जानकारी मिली है कि महंत नरेन्द्र गिरी ने आत्महत्या करने से पहले न सिर्फ सुसाइड नोट लिखा था बल्कि एक वीडियो भी बनाया था. इन दो अहम सबूतों के आधार पर सीबीआई ने महंत आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस तैयार किया है. आत्महत्या के लिए उकसाने के इल्जाम में तीनों अभियुक्तों को दस साल जेल में गुज़ारने पड़ सकते हैं.
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अदालत से सीबीआई ने दस दिन की रिमांड माँगी थी लेकिन अदालत ने सिर्फ सात दिन की रिमांड मंज़ूर की थी. सात दिन तक तीनों आरोपितों से पूछताछ में मिली जानकारियों को सीबीआई ने कोर्ट के सामने रखते हुए रिमांड की अवधि बढ़ाने को कहा तो कोर्ट ने 14 दिन की रिमांड और बढ़ा दी.