जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. आक्सीजन की कमी से देश में एक भी मौत नहीं होने सम्बन्धी राज्यसभा से आये बयान के बाद देश में राजनीति गरमाई हुई है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंह ने इस मामले मे यह कहकर केन्द्र सरकार पर पलटवार कर दिया है कि केन्द्र ने छत्तीसगढ़ सरकार से तो आक्सीजन की कमी से हुई मौतों का आंकड़ा माँगा ही नहीं.
टी.एस.सिंह ने कहा है कि जब कोरोना चरम पर था तब के हालात सभी को याद हैं.कहीं आक्सीजन सरप्लस थी तो कहीं पर इसकी कमी थी, तो कहीं आक्सीजन सामान्य थी. केन्द्र सरकार ने राज्यों से ऐसा कोई डाटा माँगा ही नहीं कि आक्सीजन की कमी से किसी की मौत हुई है या नहीं. केन्द्र सरकार ने राज्यों से डाटा लिए बगैर ही यह बयान जारी कर दिया कि आक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्यमंत्री ने इस मामले में एक और बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना मामलों में आईसीएमआर रोजाना कोरोना से होने वाली मौतों का डाटा अपडेट करता है. इसके लिए एक प्रोफार्मा तैयार किया गया है जिसे भरा जाता है. इस प्रोफार्मा में 20 कालम हैं. इसमें लिखा जाता है कि कोरोना से पीड़ित व्यक्ति को कौन-कौन सी बीमारियाँ हैं. इसमें कैंसर, डायबिटीज़ और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों के बारे में दर्ज किया जाता है. इस प्रोफार्मा में आक्सीजन की कमी से होने वाली मौत का कालम ही नहीं है. ऐसे में आईसीएमआर की रिपोर्ट से कोई यह कैसे जान सकता है कि आक्सीजन की कमी से मौत हुई है या नहीं.
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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उन्हें हालांकि इस बात की जानकारी नहीं है कि राज्य में आक्सीजन की कमी से कोई मौत हुई है या नहीं लेकिन यह बात पूरी तरह से सही है कि राज्य में आक्सीजन की बहुत कमी थी. ऐसे हालात में आक्सीजन की कमी की वजह से मौतें ज़रूर हुई होंगी. इसका ऑडिट कराया जाये तो सच्चाई सामने आ जायेगी.