स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति के सबसे बड़े चेहरे मुलायम ङ्क्षसह यादव लगातार सपा को दोबारा जिंदा करने में लगे हुए है लेकिन हार के बाद पार्टी में घमासान मचा हुआ है। लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद मुलायम के बेटे अखिलेश ने कई बड़े बदलाव पार्टी में किये हैं। मुलायम की विरासत को संभालने का दावा करने वाले अखिलेश यादव अभी तक पिता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं।
उपचुनाव को देखते हुए अखिलेश लगातार मेहनत कर रहे हैं तो दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को लेकर सपा परेशानी पड़ती दिख रही है। दरअसल सपा के लिए हर दम परेशानी पैदा करने वाले आजम खान मुलायम के बेहद करीबी है। ऐसे में मुलायम आजम को खोना नहीं चाहते हैं। रामपुर के सांसद आजम खान की जु़बान जब फिसलती है तो उनका बेड़ा गर्क कर देती है।
आलम तो यह है कि उनपर अब तक 76 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। भैंस चोरी और लूटपाट से लेकर जमीन हड़पने तक का आरोप लगा है। इतना ही नहीं उनकी गिरफ्तारी भी किसी भी वक्त हो सकती है। जानकारी के मुताबिक आजम खान की पत्नी ने मुलायम से मुलाकात कर अपने पति को बचाने की गुहार लगायी है।
मुलायम अपने करीबी आजम खान को बचाने के लिए मंगलवार दोपहर एक बजे प्रेस वार्ता करेंगे। इस प्रेस वार्ता की खास बात यह है कि ढाई साल बाद मुलायम अपने बेटे के साथ नजर आयेंगे।
मुलायम की पीसी की खबर से सपा में हलचल देखी जा सकती है। माना जा रहा है कि परिवार और पार्टी को बचाने के लिए मुलायम इस प्रेस वार्ता में कुछ कड़े कदम उठा सकते हैं।
नेताजी शिवपाल यादव को लेकर कोई बड़ा बयान दे सकते हैं। दूसरी ओर आजम के समर्थन में उतरने का ऐलान कर सकते हैं। सपा के लोगों में हलचल इस बात की भी आखिर क्यों मुलायम खराब स्वास्थ्य के बावजूद प्रेस वार्ता करने पर मजबूर हुए है।