जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। गुजरात सरकार के शराब बंदी कानून को बिहार के लोग ही लगातार पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। गुजरात के बोटाद जिलेके रोजिद गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 19 लोगों की मौत की खबर है।
इस तरह से शराबबंदी कानून और राज्य की कानून व्यवस्था को गंभीर चुनौती दे डाली। स्थानीय मीडिया की माने तो जहरीली शराब जहां अब तक 19 लोगों की मौत हो गई है जबकि 40 से ज्यादा लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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इतना ही नहीं कई लोगों की हालत बेहद गम्भीर बतायी जा रही है। उधर इस पूरे मामले में पुलिस भी एक्शन में आ गई और कड़ा एक्शन लेते हुए 10 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
उधर, एसआईटी के अलावा गुजरात एटीएस ने भी अलग-अलग एंगल से पूरे मामले को देख रही है और जांच शुरू कर दी है और भरोसा दिलाया है कि जो भी इसमें दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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स्थानीय मीडिया की माने तो जहरीली शराब पीने की वजह से रोजिंद, अणीयाणी, आकरु, चंदरवा और उंचडी गांव के लोग चपेट में आए हैं. वहीं अहमदाबाद के धंधुका में भी जहरीली शराब पीने से कई लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि शराबबंदी के बावजूद कहा से शराब आई। पुलिस का जवाब भी संतोष जनक नहीं रहा है। गुजरात में 1960 से ही शराबबंदी लागू लेकिन उसके बावजूद लोगों को आसानी से शराब मिल रही है।